संदर्भ : मुखिया अरुण की गिरफ्तारी
गढ़वा : गढ़वा जिले के मुखिया संघ ने मेराल प्रखंड के गोंदा पंचायत के मुखिया प्रकाश कुमार अरुण को एसीबी की टीम द्वारा कथित रूप से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किये जाने को लेकर सीआइडी जांच की मांग की है़
संघ के सदस्यों ने मंगलवार को उपायुक्त से मिल कर अपना विरोध दर्ज कराया़ अध्यक्ष मोजीबुरहमान अंसारी के नेतृत्व में पहुंचे मुखियाओं ने उपायुक्त को मांगपत्र सौंपा है़, जिसमें कहा गया है कि प्रकाश कुमार अरुण को एक साजिश के तहत फंसाया गया है़
मुखिया ने रिश्वत नहीं ली है, साजिश करनेवाले ने घर के बाहर बिजली के पोल के नीचे से पैसे बरामद किये थे़ बाद में जबरन हाथ में पैसा रखकर एसीबी की टीम ने उन्हें फंसा दिया है़ संघ के अध्यक्ष मोजीबुरहमान ने कहा कि इन सारे मामले की यदि धरातल पर जाकर जांच की जाये, तो दूध का दूध व पानी का पानी हो जायेगा़ उन्होंने कहा कि मुखिया प्रकाश अरुण पूरी तरह से ईमानदारी से अपना काम कर रहे थे़ जिस चौपाल निर्माण की 21 हजार रुपये राशि देने के लिए रिश्वत की मांग करने का आरोप लगाया जा रहा है, उसमें यह स्पष्ट हो चुका है कि मस्टर रॉल का संधारण नहीं होने के कारण भुगतान नहीं किया गया था़ उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर लगातार आंदोलन किया जायेगा और निर्देश मुखिया को न्याय दिलाया जायेगा. इस मौके पर कामेश्वर चौधरी, महबूब अंसारी, अरविंद महतो, कृष्णा प्रसाद गुप्ता, राजेश राम, अरुण कुमार तिवारी, गीता देवी सहित मुखिया उपस्थित थे़
इधर इस संबंध में जिप उपाध्यक्ष रेखा चौबे ने भी इस गिरफ्तारी को गलत बताया है़ उन्होंने कहा कि मुखिया को दूसरे पक्ष के लोगों ने गलत तरीके से फंसाया है़ वे इस मामले को जिप बोर्ड की बैठक में लायेंगे और मुखिया के लिए निष्पक्ष व वरीय पदाधिकारियों से जांच की मांग का प्रस्ताव पारित किया जायेगा़