गढ़वा: नगरऊंटारी के बीडीओ मुरली यादव के साथ कथित विवाद के बाद से लिपिक विश्वजीत चौबे गायब हो गये हैं. लिपिक श्री चौबे ने उपायुक्त सहित अन्य अधिकारियों से मिल कर बीडीओ श्री यादव व उनके भांजे राजा पर मारपीट करने व कार्य करने से रोकने का आरोप लगाया गया था़ इस जांच के लिए उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा ने नगरऊंटारी के एसडीओ कमलेश्वर नारायण को निर्देशित किया था़ मामले की जांच अभी चल ही रही थी कि शुक्रवार से लिपिक श्री चौबे अपने नगरऊंटारी स्थित सरकारी आवास व कार्यालय से गायब हो गये हैं.
इस संबंध में कर्मियों के बीच कई तरह की चर्चाएं हैं. चर्चा के अनुसार श्री चौबे नगरऊंटारी आपूर्ति विभाग के गोदाम के प्रभारी भी हैं, जबकि बीडीओ मुरली यादव प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के प्रभार में हैं. बताया जाता है कि आपूर्ति के कामकाज में बीडीओ के भांजा द्वारा हस्तक्षेप किया जाता है़ इसको लेकर श्री चौबे एवं भांजा के बीच एक बार मारपीट भी हुई थी़ इसके बाद लिपिक श्री चौबे ने उपायुक्त से मिलकर सारी बात की जानकारी दी थी़ इसके बाद बीडीओ ने श्री चौबे को प्रखंड में कामकाज करने से रोक दिया था़ आरोप के अनुसार कई प्रकार की धमकियां भी विश्वजीत चौबे को मिल रही थी़ शुक्रवार से श्री चौबे के गायब होने की जानकारी मिलने के बाद उनके परिजन काफी चिंतित हैं. उनके बड़े भाई कुमुद रंजन चौबे जो लातेहार में रहते हैं, उन्होंने बताया कि शुक्रवार से उनकी अपने भाई से कोई बातचीत नहीं हुई है़ भाई की शादी के लिए कुछ लोग नगरऊंटारी सरकारी क्वार्टर में देखने भी गये थे़ लेकिन वहां भी वे नहीं मिले.
गायब होने की जानकारी अभीतक नहीं है : डीसी
इस संबंध में उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा ने बताया कि कुछ दिन पहले विश्वजीत चौबे उनसे मिले थे़ इस दौरान बीडीओ पर प्रखंड के कामकाज नहीं करने देने एवं विवाद की बात कही थी़ इसकी जांच के लिये नगरउंटारी एसडीओ कमलेश्वर नारायण को निर्देशित किया गया था़ उनके गायब होने की जानकारी उन्हें अभीतक नहीं मिली है़
खबर भेजवाया था, लेकिन नहीं मिले : एसडीओ
इस संबंध में एसडीओ कमलेश्वर नारायण ने बताया कि उपायुक्त के निर्देश के बाद उन्होंने लिपिक विश्वजीत चौबे से विवाद की जानकारी लेने के लिये उनके पास खबर भेजवाया था, लेकिन श्री चौबे उनसे अभीतक नहीं मिले हैं. इधर इस संबंध में जानकारी लेने के लिये बीडीओ मुरली यादव से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी़