भगवान हमेशा धर्मात्मा लोगों के दर्शन करते हैं
मांस खाने वाले व्यक्ति की आंखे अंधेरे में चमकती हैं
चाकुलिया : चाकुलिया की गौशाला में आयोजित नौ दिवसीय भागवत कथा के अंतिम दिन आचार्य धर्मेंद्र महाराज ने कहा कि अगर आप सभी अपने घरों में गाय को नहीं पाल सकते हैं, तों गायों को गौशाला में रखें. उसकी सेवा करें, जो गौ माता का हितैषी है, वह हमारा मित्र है. उन्होंने कहा कि भगवान भी हमेशा धर्मात्मा को ही देखना चाहते हैं. सभी मनुष्य अपने कमरों में भगवान की तसवीर लगायें. ताकि जागते ही सर्वप्रथम भगवान के दर्शन हो सके. आचार्य ने कहा कि अगर हमें स्नान करने का समय ना मिले तो कृष्ण का नाम स्मरण करें. इससे मन और तन पवित्र हो जायेगा. मनुष्य को मोह मुक्त होना चाहिए. भगवान धर्म स्थापित करने और पापियों का नाश करने के लिए अवतार लेते हैं. गौ हत्यारा से बड़ा असुर कोई नहीं है.
आचार्य ने कहा कि मोदी सरकार भारत के हर विद्यालय में भागवत गीता की पढ़ाई शुरू करवाये. इससे भारत का उद्धार होगा. कथा के अंत में आचार्य ने भक्तों से मांसाहारी भोजन न करने, हिंदुओं को चोटी रखने की सलाह दी
सम्मानित किये गये गौशाला के सदस्य
कथा के अंतिम दिन कथा प्रारंभ होने के पूर्व आचार्य ने विहिप के चंद्रदेव महतो, लक्ष्मीकांत दास, कुंती रूंगटा, राज कुमारी रूंगटा, पुप्षा लोधा, चंदा रूंगटा, उषा केडि़या, प्रेमा रूंगटा, पुप्षा रूंगटा, राजश्री रूंगटा, रीता लोधा, पंकज अग्रवाल, आनंद शर्मा, उमा शंकर गोयल आदि को मूर्ति देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम में पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया.
गौशाला के सदस्यों को सम्मानित करते धर्मेंद्र महाराज