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कस्तूरबा विद्यालय : डीएसइ के नेतृत्व में जांच करने पहुंची शिक्षा विभाग की टीम
डीएसइ ने प्रमुख से कहा कि आप लिख कर दें, मैं यहां के सभी शिक्षिकाओं और स्टाफ को हटा कर नये को बहाल करूंगा गालूडीह : जिला शिक्षा अधीक्षक इंदू भूषण सिंह के नेतृत्व में जिला शिक्षा विभाग की एक टीम शनिवार को घाटशिला के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय पहुंची और छात्राओं को ए […]
डीएसइ ने प्रमुख से कहा कि आप लिख कर दें, मैं यहां के सभी शिक्षिकाओं और स्टाफ को हटा कर नये को बहाल करूंगा
गालूडीह : जिला शिक्षा अधीक्षक इंदू भूषण सिंह के नेतृत्व में जिला शिक्षा विभाग की एक टीम शनिवार को घाटशिला के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय पहुंची और छात्राओं को ए ग्रेड फिल्म ‘एक पहेली लीला’ दिखाये जाने के मामले की जांच की. जांच के बाद डीएसइ ने कहा कि लेखा पाल संजय साव की सेवा समाप्त की जायेगी.
यहां पदस्थापित सभी शिक्षिकाओं और अन्य स्टाफ को जल्द ही हटाया जायेगा. डीएसइ के स्कूल पहुंचते ही यहां पहले से पहुंचे बहरागोड़ा के विधायक कुणाल षाड़ंगी और घाटशिला के पूर्व विधायक रामदास सोरेन उनसे मिले और मामले को रखा. डीएसइ ने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई हर हाल में होगी. लेखा पाल की सेवा समाप्त होगी.
डीएसइ के साथ सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी एमपी मुखर्जी, एडीपीओ प्रकाश कुमार और बीइइओ वैद्यनाथ प्रधान भी थे. नेताओं के जाने के बाद डीएसइ ने कस्तूरबा स्कूल कैंपस में स्थिति को देखा. प्रबंधन समिति की अध्यक्ष दुर्गा रानी भकत और सदस्यों से जानकारी ली. प्रमुख श्रृति देवगम, मुखिया वकील हेंब्रम, बासंती सिंह के साथ बैठक कर मामले को जाना. वर्तमान वार्डेन रजली टुडू, पूर्व वार्डेन लिपिका साव और अन्य शिक्षिकाओं और छात्राओं से जानकारी ली. सभी के पक्षों को सुना.
प्रबंधन समिति की अध्यक्ष ने कहा स्कूल का माहौल बिल्कुल बिगड़ गया है. किसी का किसी से पटता नहीं है. गुटबाजी चरम पर है. छात्राओं को सभी अपनी स्वार्थ के लिए डराते और धमकाते हैं. हमारी बेटी भी यहां पढ़ती है. डीएसइ ने प्रमुख से कहा कि आप लिख कर दें. मैं यहां के सभी शिक्षिकाओं और स्टाफ को हटा कर नये को बहाल करूंगा. तब सभी समस्याओं का समाधान हो जायेगा.
शिक्षा विभाग अपने स्तर से कार्य करेगी
ए ग्रेड की फिल्म ‘एक पहेली लीला’ कस्तूरबा की छात्राओं को दिखाया जाना गलत है. स्कूल के लेखा पाल का अनुबंध समाप्त कर दिया जायेगा. बच्चों को बरगला कर थाना भेजना संगीन मामला है.
पुलिस अपना काम कर रही है. शिक्षा विभाग अपने स्तर से कार्रवाई करेगा. कल जब बच्चियां थाना गयी थी, तो कस्तूरबा विद्यालयों के नौ लेखा पाल भी यहां पहुंचे थे. उन पर भी कार्रवाई होगी. पूर्व-वर्तमान वार्डेन की क्रिया कलापों की जांच होगी. प्रबंधन समिति और पंचायत प्रतिनिधियों ने लिख कर दिया है
इंदू भूषण सिंह, जिला शिक्षा अधीक्षक
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