घाटशिला : घाटशिला के उत्क्रमित अनुमंडल अस्पताल में घोटाले वाले इंस्टूमेंट से मरीजों का ऑपेरशन किया जाता है. उक्त इंस्टूमेंट अब बेकार हो गये हैं, इसलिए नये इंस्टूमेंट खरीदने की दरकार है.
इंस्टूमेंट बेकार होने व चिकित्सक के अभाव में पिछले एक माह से अस्पताल का ऑपरेशन थियेटर में ताला झूल रहा है. सिविल सजर्न डॉ जगत भूषण को जानकारी दी गयी है कि नये इंस्टूमेंट ओटी में नहीं भेजे गये हैं.
नहीं होता काम : डॉ सोरेन
एक माह से अस्पताल का ऑपरेशन थियेटर बंद होने के मसले पर अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रामचंद्र सोरेन से दूरभाष पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा कि घोटाले वाले इंस्टूमेंट ओटी में हैं. वैसे इंस्टूमेंट से अब काम नहीं लिया जा सकता. ओटी में ऐसी कैंची है, जिसे 12 से 15 चलाने के बाद काम होता है. ऐसी स्थिति में वैसे इंस्टूमेंट से ओटी में काम करना खतरे से खाली नहीं है, क्योंकि अगर कैंची से ज्यादा कट जायेगा तो मरीज का घाव सूखने में समय लगेगा.
सात चिकित्सक मौजूद
डॉ सोरेन ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सकों की कमी शुरू से ही है. अभी अस्पताल में सात चिकित्सक हैं. प्रभारी डॉ रामचंद्र सोरेन, डॉ ज्योत्सना नीरू केरकेट्टा, सजर्न डॉ सुराई मार्डी, डॉ कमलेश प्रसाद, डॉ दिवाकर सिंह, डॉ उपेंद्र प्रसाद और डॉ प्रिंस पिंगुआ. उन्होंने बताया कि अस्पताल में एक ही चिकित्सक अनुबंध पर है. ऐसे में चिकित्सकों की कमी व ओटी में इंस्टूमेंट के अभाव में एक माह से ओटी बंद है. डॉ सोरेन ने कहा कि इसकी जानकारी सिविल सजर्न को दी गयी है.