गालूडीह : गालूडीह थाना क्षेत्र के घीकूली गांव में संदिग्ध परिस्थिति में आदित्य सिंह (13) और लखन सिंह (13) की मौत को ग्रामीण अंधविश्वास के चश्मे से देख रहे हैं. रविवार को घीकूली गांव में आस पास के कई गांवों के ग्रामीणों की एक बैठक इसी मसले को लेकर हुई.
इस बैठक में दोनों बच्चों की मौत को ग्रामीण डायन द्वारा की गयी हत्या करार देते हुए ओझा बुलाने का फैसला लिया है. सुबह से दोपहर तक चली बैठक में सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे.
बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि बच्चों की मौत कैसे हुई, यह डॉक्टरों ने भी स्पष्ट रूप से नहीं बता पाया. सर्पदंश या फिर फूड पायजनिंग से मौत होती, तो मरणोपरांत शरीर में जहर के लक्षण जरूर दिखते. बच्चों के मरने के एक दिन बाद तक शरीर नरम था. आंखे सफेद हो गये थे.
बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि बच्चों की मौत डायन विद्या से हुई है. ग्रामीणों ने कहा कि गांव एवं आस पास के क्षेत्र में कथित डायन को ढूंढ निकालने के लिए ओझा–गुणी को गांव बुलाया जायेगा. ग्रामीणों का तर्क था कि कम से यह पता चले की बच्चों की मौत किस वजह से हुई है.
बिसरा जांच की मांग उठी
ग्रामीणों ने दोनों बच्चों के बिसरा जांच की मांग भी की है. ग्रामीणों ने इस संबंध में घाटशिला के चिकित्सा प्रभारी को बताया है. ग्रामीणों का तर्क है कि सामाजिक तरीके हम लोग पता करेंगे और प्रशासन वैज्ञानिक तरीके से पता करें. हम जानना चाहते है कि बच्चें आखिर कैसे मरे.