घाटशिला : घाटशिला के राजस्टेट दुर्गा मंडप से भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र की मूर्तियों के साथ सोमवार की शाम वापसी रथ निकाली गयी. रथ की रस्सी खींचने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. विदित हो कि भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ मौसी बाड़ी से वापस अपने घर लौट गये.
गालूडीह. गालूडीह में सोमवार की शाम में बाहुड़ा रथ यात्रा गाजे-बाजे के साथ निकाली गयी. मौसी बाड़ी से प्रभु जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और सुभद्रा के साथ अपने घर प्राचीन बूढ़ा बाबा शिव मंदिर पहुंचे. शिव मंदिर के पुजारी विश्व मोहन चटर्जी के नेतृत्व में भजन-कीर्तन मंडली के साथ जगन्नाथ महाप्रभु की रथ यात्रा मौसी बाड़ी से निकल कर मुख्य मार्गों से होते हुए शिव मंदिर पहुंच कर समाप्त हो गया. रथ यात्रा को सफल बनाने में मंदिर के पुजारी विश्व मोहन चटर्जी समेत मंदिर कमेटी के सभी सदस्यों और युवाओं की टोली ने अहम भूमिका निभायी.
मुसाबनी. मुसाबनी में जगन्नाथ मंदिर कमेटी और रथ यात्रा कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में जगन्नाथ महाप्रभु मौसी बाड़ी से अपने घर पहुंचे. रथ यात्रा में विधायक रामदास सोरेन, जिला परिषद अध्यक्ष सोनिया सामंत, आजसू के विस प्रभारी कान्हू सामंत भी शामिल हुए और रथ की रस्सी खींची. पुरी से आये पंडित अजय पाड़ी ने पूजा की. दशरथ सिंह, सुभेंदु सरकार, मुरली सरकार, रवींद्र नाथ घोष, शंभु नाथ सतपथी, अशोक दास, संजय महंती, तपन पंडा समेत अनेक पुरुष और महिला भक्तों ने रथ की रस्सी खींची. रथ आयोजन में रथ यात्रा कमेटी में वंशीधर सिंहानिया, दशरथ सिंह, भरत श्यामल, रवींद्र नाथ घोष, शंभु सतपति आदि अहम भूमिका निभायी. इधर केंदाडीह में वापसी रथ यात्रा निकाली गयी.
धालभूमगढ़ : धालभूमगढ़ के नरसिंहगढ़ और कोकपाड़ा में सोमवार की शाम में गाजे-बाजे के साथ वापसी रथ यात्रा निकाली गयी. मौसी बाड़ी से प्रभु जगन्नाथ अपने घर लौटे. नरसिंहगढ़ में दास परिवार के जगन्नाथ मंदिर में कार्तिक मिश्र ने प्रभु जगन्नाथ की पूजा की. रथ यात्रा में मनोरंजन दास, शशांक शेखर दास, रवींद्र नाथ दास, बबलू दास, त्रिदिव दास, रमेश दास, सुधांशु दास, हर प्रसाद सिंह सोलंकी आदि ने सक्रिय भूमिका निभायी. कोकपाड़ा में भी रथ यात्रा निकाली गयी. मौसी बाड़ी नव कुमारी श्यामल के घर से रथ निकला.
चाकुलिया : चाकुलिया गोपाल जीव रथ गौशाला प्रांगण और राधे श्याम जीव रथ स्टील फैक्टरी प्रांगण मौसीबाड़ी से भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा वापस अपने घर लौटे. रथ कीर्तन मंडलियों के साथ बाजार का भ्रमण कर वापस लौटा. जगह-जगह पर ग्रामीणों ने रथ की पूजा की. गोपाल जीव रथ में उमा दास, पंचानन पंडा, देबू पंडा, शिबू दास, राधेश्याम जीव रथ में अशोक पति, दिलीप पति, सुखदेव पति, दिलीप नाथ समेत अन्य लोग शामिल थे.
बहरागोड़ा : बहरागोड़ा के कालीबाड़ी के समीप अपने मौसीबाड़ी से प्रभु जगन्नाथ, बलराम, सुभद्रा आठ दिन बाद वापस अपने घर पहुंचे. कालीबाड़ी से मुख्य बाजार होते हुए स्थानीय कीर्तन मंडलियों और गाजे बाजे के साथ रथ यात्रा वापस पाटपुर स्थित जगन्नाथ मंदिर पहुंची. जगह- जगह पर ग्रामीणों ने पूजा की.