बाद में टोंगरा व शिकारीपाड़ा के अलावा मसानजोर पुलिस भी सीएचसी पहुंची़ पदाधिकारियों ने ग्रामीणों को सरकारी प्रावधान के अनुसार राहत उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया, पर ग्रामीण नहीं माने़ ग्रामीणों की मांग थी कि मौके पर ही मुआवजे की राशि का भुगतान किया जाय. पदाधिकारी द्वारा असमर्थतता जताने पर ग्रामीण शव के साथ सड़क पर उतरने की बात कहने लगे़ .
समाचार भेजे जाने तक शव के साथ ग्रामीण सीएचसी परिसर में ही जमे थे़ मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार की रात बांसकुली पंचायत के कुमिरखाला गांव के सुजीत महतो की पत्नी रूपा महतो को प्रसव पीड़ा हुई तो प्रसव के लिए सीएचसी रानीश्वर ले जाया गया, जहां रूपा ने सीएचसी में एक स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया. उसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी़ प्रसव के बाद रूपा का रक्त स्त्राव होने लगा. स्थिति गंभीर देख प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रीतम कुमार दत्त ने उन्हें सिउड़ी रेफर कर दिया़ परिजनों ने बताया कि सिउड़ी अस्पताल में भर्ती करने के वक्त ही वहां के डाॅक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया़ परिजनों व ग्रामीणों ने सीएचसी के डाॅक्टर की कथित लापरवाही को रूपा की मौत का जिम्मेदार बता रहे थे. वहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दत्त का कहना था कि रूपा की मौत का कारण उच्च रक्तचाप था. डॉ दत्त ने बताया कि उनका ब्लड प्रेशर अप डाउन हो रहा था़