डीइओ ने शहर के पांच हाई स्कूलों का किया निरीक्षण
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स्कूल से नदारद मिले अधिकांश शिक्षक
डीइओ ने शहर के पांच हाई स्कूलों का किया निरीक्षण गर्ल्स हाई स्कूल, जिला स्कूल, नेशनल स्कूल एवं श्रीरामकृष्ण आश्रम हाई स्कूल में तो प्राचार्य भी नहीं मिले उपस्थित दुमका : उपराजधानी दुमका के पांच प्रमुख सरकारी उच्च विद्यालयों का जब जिला शिक्षा पदाधिकारी धर्मदेव राय ने औचक निरीक्षण किया, तो इन स्कूलों की ऐसी […]
गर्ल्स हाई स्कूल, जिला स्कूल, नेशनल स्कूल एवं श्रीरामकृष्ण आश्रम हाई स्कूल में तो प्राचार्य भी नहीं मिले उपस्थित
दुमका : उपराजधानी दुमका के पांच प्रमुख सरकारी उच्च विद्यालयों का जब जिला शिक्षा पदाधिकारी धर्मदेव राय ने औचक निरीक्षण किया, तो इन स्कूलों की ऐसी बदहाली नजर आयी कि उन्हें यह तक कह देना पड़ा कि पदस्थापित शिक्षक बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. श्री राय ने सुबह 7 बजे से 10.15 बजे तक क्रमश: पांच हाई स्कूल राजकीय कन्या उच्च विद्यालय, प्लस टू जिला स्कूल, प्लस टू नेशनल हाई स्कूल, श्रीरामृकष्ण आश्रम हाई स्कूल तथा राजकीयउच्च विद्यालय कड़हरबील का निरीक्षण किया.
प्लस टू गर्ल्स हाई स्कूल में न तो प्रभारी प्राचार्य पाये गये और न ही कोई शिक्षक. यहां विभाग के निदेश के आलोक में विशेष भी बंद पायी गयी. प्लस टू जिला स्कूल में गणित के प्रतिनियोजित शिक्षक विजय कुमार साह ही पठन-पाठन कराते पाये गये. यहां भी प्रभारी प्राचार्य समेत अन्य शिक्षक अनुपस्थित थे.
प्लस टू नेशनल हाई स्कूल में जयप्रकाश झा जयंत व प्लस टू के चार अन्य शिक्षक उपस्थित मिले, पर यहां भी विशेष कोचिंग बंद पायी गयी. गणित के शिक्षक डूमराज साहा को आज विशेष कोचिंग कराया जाना था, परंतु वे निरीक्षण के समय तक स्कूल ही नहीं पहुंचे थे. जबकि श्रीरामृकष्ण आश्रम उच्च विद्यालय दुधानी में अंग्रेजी की शिक्षिका ललिता कुमारी गुप्ता द्वारा अंग्रेजी की विशेष कोचिंग करायी जा रही थी. यहां छात्र की उपस्थिति भी अच्छी पायी गयी, पर प्रधानाध्यापक व अन्य शिक्षक नदारद मिले. वहीं राजकीय उच्च विद्यालय कड़हलबिल में प्रभारी प्रधानाघ्यापक अनिल कुमार तिवारी, लिपिक एवं आदेशपाल ही उपस्थित मिले. शेष शिक्षक अनुपस्थित पाये गये. यहां 10.10 बजे तक छात्रों के आने-जाने का क्रम लगा हुआ था. प्रार्थना तक शुरू नहीं हुई थी.
मनमानी के लिए शिक्षकों के प्रतिनियोजन का आग्रह
जिला शिक्षा पदाधिकारी धर्मदेव राय ने कहा कि निरीक्षण में विशेष कोचिंग की स्थिति खेदजनक पायी गयी है. यह बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ के समान है. इससे बेहतर परीक्षाफल देने की संकल्पना को आघात पहुंच सकता है. इस दृष्टि से यह अक्षम्य अपराध है. यह स्थिति तब है, जब सभी संबंधित प्रधानाध्यापकों-प्राचार्यों के अनुरोध पर उपायुक्त द्वारा सभी पूर्व प्रतिनियोजित शिक्षकों को उस विद्यालय में बेहतर परीक्षाफल देने के उद्देश्य से इस शैक्षणिक सत्र में बने रहने का आदेश दिया गया है. इसका तात्पर्य यह है कि मुख्यालय के सभी प्रधानाध्यापकों-प्राचार्यों द्वारा डीसी एवं उन्हें झूठा एवं भ्रामक आश्वासन दिया गया है और सिर्फ अपनी मनमानी करने के उद्देश्य से शिक्षकों का प्रतिनियोजन बनाये रखने का आग्रह किया गया है.
वेतन पर तत्काल रोक
जिला शिक्षा पदाधिकारी धर्मदेव राय ने बताया कि सभी अनुपस्थित शिक्षकों एवं प्रधानाध्यापक अथवा प्राचार्य के वेतन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गयी है.
उन सबों से तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण भी देने को कहा गया है. विभागीय आदेश की अवहेलना मामले में उनके निलंबन की चेतावनी भी दी गयी है. जो शिक्षक प्रतिनियोजित हैं, उनकी अनुपस्थिति विवरणी डीएसई अतवा संबंधित डीडीओ को अगले आदेश तक नहीं भेजे जाने का आदेश दिया गया है.
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