रानीश्वर : दझिणजोल पंचायत के निझुरी गांव के लिए लक्खी पूजा मुख्य पूजा है. गांव के लक्खी मंदिर में प्रतिमा स्थापित कर धूमधाम से पूजा की जाती है़ गांव में सौ साल से भी ज्यादा समय पहले लक्खी पूजा की शुरुआत की गयी थी. उसी समय से प्रतिवर्ष धूमधाम से लक्खी पूजा की जाती है़ लक्खी पूजा में सांस्कृतिक कार्यक्रम व भंडारा आयोजित करने की परंपरा है.
इस साल लक्खी पूजा में भी सांस्कृतिक कार्यक्रम गांव के युवाओं के पहल पर होगी़ शनिवार को पूजा के बाद रविवार को नदिया के सुचरिता दास व उनके संप्रदाय के द्वारा बाउल संगीत प्रस्तुत किया जायेगा़ सोमवार व मंगलवार की रात वीरभूम के कीर्तनिया शोभारानी मंडल व उनके संप्रदाय के द्वारा कीर्तन प्रस्तुत किया जायेगा़ बुधवार को प्रतिमा विसर्जन शाम को किया जायेगा. इस उपलक्ष्य में मेला भी लगेगा. बुधवार दोपहर को परंपरा के अनुसार ग्रामीणों के पहल पर भंडारा का आयोजन किया जायेगा़ ग्रामीण विद्युत घोष ने बताया कि लक्खी पूजा के समय गांव से बाहर रहने वाले गांव पहुंचते हैं.
गांव में दुर्गापूजा होती है, जो पारिवारिक पूजा है. वहीं लक्खी पूजा सार्वजनिक है़ पूजा के सफल संचालन के लिए पार्थ घोष, किरणमय घोष, आदित्य घोष, अधीर घोष, तापस घोष आदि तैयारी में जुट गये हैं. प्रतिमा बनाने का काम भी अंतिम चरण में है. श्री घोष ने बताया कि शुरुआती दौर में लक्खी पूजा झोपड़ी में शुरू की गयी थी, बाद में मिट्टी का मंदिर बनाया गया.