हंसडीहा : मृतक अजय यादव का डेढ़ दशक से भी अधिक पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. 2001 में ही उसके उपर सड़क पर वाहन से लूटपाट का पहला मामला दर्ज हुआ था. 31 मार्च 2001 को उसने देवघर से आ रहे एक वाहन को रोककर लूटपाट की थी. उस वाहन में सीतको साबुन लदा हुआ […]
हंसडीहा : मृतक अजय यादव का डेढ़ दशक से भी अधिक पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. 2001 में ही उसके उपर सड़क पर वाहन से लूटपाट का पहला मामला दर्ज हुआ था. 31 मार्च 2001 को उसने देवघर से आ रहे एक वाहन को रोककर लूटपाट की थी. उस वाहन में सीतको साबुन लदा हुआ था. लूट की यह वारदात हंसडीहा थाना क्षेत्र के बनहैती में ही हुई थी.
उसके खिलाफ हंसडीहा थाना में इसे लेकर कुल चार अपराधिक मामले दर्ज थे. 2002 में 25 जनवरी को सरैयाहाट हंसडीहा कांड संख्या 15/02 में वह एक अन्य आपराधिक वारदात में आॅर्म्स एक्ट में आरोपित था़ तीसरा मामला रामगढ़ में वर्ष 2003 में दर्ज हुआ था. खसिया के समीप दुकानदार से लूटपाट मामले में उस पर फिर आॅर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था. वर्ष 2008 में रामगढ़-हंसडीहा कांड संख्या 169/08 में ओरतारा पेट्रोल पंप में उस पर डकैती की वारदात को अंजाम देने का आरोप लगा था.
पत्नी पुतुल देवी हैं उप मुखिया
वार्ड सदस्य का चुनाव जीतने के बाद उसकी पत्नी पुतुल देवी उपमुखिया भी बनी. सूत्रों के मुताबिक चंद महीने पहले ही किसी मामले में वह जेल से बाहर आया था. वक कई बार विभिन्न मामलों में जेल जरा चुका था.
घटनास्थल पर लगी ग्रामीणों की भीड़. फोटो। प्रभात खबर
खाने-पीने के बहाने बुलाकर की गयी हत्या!
पुलिस को आशंका है कि उसे उसके परिचित अपराधियों ने ही झांसे में देकर खिलाने-पिलाने के बहाने बुलाकर उसकी हत्या कर दी. घटनास्थल से बीयर की खाली बोतल के अलावा बीयर से भरे ग्लास भी बरामद हुए हैं. सूत्र बताते हैं कि अजय के अपने आपराधिक नेटवर्क में शूटर से लेकर अन्य तरह के अपराधकर्मी भी थे. जिनकी मदद से वे वारदातों को अंजाम दिया करता था.