गोपीकांदर/काठीकुंड : अखिल भारतीय सरना धर्म परिषद गोपीकांदर द्वारा प्रखंड परिसर स्थित मैदान में सोहराय पर्व की शुरुआत अनुष्ठानपूर्वक की गयी. सोहराय पर्व संताल आदिवासियों का सबसे बड़ा व पवित्र त्योहार है.
सर्वप्रथम सृष्टिकर्ता की पूजा आराधना से की जाती है. पांच दिनों तक चलने वाले इस पर्व के दौरान हर दिन अलग अलग पूजा की जाती है. यह पर्व संतालों की भाषा, संस्कृति व धर्म-कर्म से जुड़ा पर्व हैं. समुदाय के लोग सृष्टिकर्ता को गोड़ टांडी पर पूजा करते हैं, नमन करते हैं.