दुमका : जम्मू और कश्मीर में धारा 370 के तर्ज पर संताल परगना में धारा 371 लागू कर इस इलाके के लिए अलग कानून बनाया जाना चाहिए. यह बातें जेपीपी नेता व आजसू के संस्थापक सूर्य सिंह बेसरा ने कही. उन्होंने कहा कि संताल परगना को छह जिलों में बांटना घातक कदम था. इसे पांचवीं नहीं बल्कि छठी अनुसूचि में शामिल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि केवल सिदो और कान्हू के नाम से विश्वविद्यालय की स्थापना कर देने से काम नहीं चलेगा बल्कि यहां प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक संताली में देने की व्यवस्था करनी होगी.
श्री बेसरा ने कहा कि झारखंड के नव निर्माण और वृहद झारखंड के लिए एक और आंदोलन होगा. जिसकी रूपरेखा 10 अप्रैल को जमशेदपुर में आयोजित झारखंड पीपुल्स पार्टी के अधिवेशन में होगा. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में बंगाली, महाराष्ट्र में मराठी, ओड़िशा में पटनायक या महंती, बिहार में बिहारी, पंजाब में पंजाबी, गुजरात में गुजराती मुख्यमंत्री हैं. लेकिन झारखंड में छत्तीसगढ़ी को मुख्यमंत्री बना दिया गया. श्री बेसरा ने कहा कि 2019 तक वृहद झारखंड और आदिवासी राज्य के साथ ही आदिवासी भाषा, जंगल, कृषि, रोजगार, स्थानीयता नीति बनाने के मुद्दा को लेकर हम जनता को एकजुट करेंगे.