दुमका : सदर प्रखंड अंतर्गत दरबारपुर पंचायत के कुलडीहा गांव में आजादी के इतने वर्षों बाद भी बिजली सेवा चालू नहीं की गई है. जिससे यहां के ग्रामीण इस आधुनिकता वाले युग में भी ढिबरी युग में जीवन व्यतीत कर रहे हैं. इस गांव में विद्युतीकरण चालू करने के लिए विभाग द्वारा कुछ वर्ष पहले दो ट्रांसफॉर्मर लगाये गये थे और पोल व तार लगाया गया. लेकिन बिजली सेवा बहाल नहीं हो पायी, जिससे ये तार, पोल व ट्रांसफॉर्मर शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है.
जबकि कई जगहों पर तो पोल और तार और ट्रांसफॉर्मर के क्चायल चोरी हो गये हैं. ग्रामीण प्रधान हेब्रम, भूटान सोरेन, मानती मरांडी, कमोली हांसदा, ज्योति सोरेन, मिरू सोरेन, शिव शंकर हेंब्रम, प्रेम हेंब्रम, परमे सोरेन, लायन सोरेन, एलिबनस हांसदा, धुमा बेसरा, सागर हांसदा आदि ने बताया कि इन समस्याओं से ग्रामीणों ने उपायुक्त, बिजली विभाग और मुख्यमंत्री तक को आवेदन देकर, गांव में बिजली सेवा बहाल करने की मांग की थी, लेकिन कोई पहल नहीं हुई.
ग्रामीणों ने इतने दिनों बाद भी बिजली सेवा बहाल नहीं करने तथा विभाग की उदासीनता पर नाराजगी जतायी है. इस गांव में किसी भी कंपनी का नेटवर्क सिग्नल भी नहीं पहुंचता है, लिहाजा ग्रामीण जनसंचार से भी काफी दूर हैं और वे शिकायत मुख्यमंत्री जन संवाद केंद्र में दर्ज नहीं करा पा रहे हैं. लोगों से बातचीत नहीं कर पाने की स्थिति में ग्रामीण गर्भवती महिलाओं के लिये ममता वाहन के लाभ से वंचित हो गये हैं.