29.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

????… ??? ?? ????? ?? ???? ??? ????? ?? ?????

आेके… चार सौ बच्चे दो कक्ष में बैठने को मजबूर -हाल उत्क्रमित मध्य विद्यालय मोचियाडीह काफोटो: 06 जाम 14,15 जर्जर भवन, 16,17,18,19 प्रतिक्रिया देते ग्रामीण प्रतिनिधि, नारायणपुरउत्क्रमित मध्य विद्यालय मोचियाडीह के चार सौ बच्चे दो कक्ष में बैठने के लिए मजबूर हैं. जिससे विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता दिख रहा है. […]

आेके… चार सौ बच्चे दो कक्ष में बैठने को मजबूर -हाल उत्क्रमित मध्य विद्यालय मोचियाडीह काफोटो: 06 जाम 14,15 जर्जर भवन, 16,17,18,19 प्रतिक्रिया देते ग्रामीण प्रतिनिधि, नारायणपुरउत्क्रमित मध्य विद्यालय मोचियाडीह के चार सौ बच्चे दो कक्ष में बैठने के लिए मजबूर हैं. जिससे विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता दिख रहा है. सरकार के निर्देशानुसार सभी विद्यालयों में रसोइघर तथा शौचालय होना आवश्यक है. लेकिन यहां न तो शौचालय है और न ही रसोइघर है. शौचालय के नाम पर महज खानापूर्ति की गयी है. इसकी जानकारी विद्यालय के सचिव एवं ग्रामीणों द्वारा जिला के वरीय अधिकारियों को दी गयी है. लेेकिन अब तक उसका निदान नहीं हो सका है. बताया जाता है कि उक्त विद्यालय में जमीन की कमी के कारण विद्यालय में भवन निर्माण का कार्य अवरुद्ध है. जमीन की अनुपलब्धता के कारण भवन निर्माण की राशि दो बार विद्यालय सचिव द्वारा वापस कर दी गयी. गौरलतब हो कि विद्यालय के लिये ग्रामीण द्वारा दान के रुप 46 डिसमिल जमीन उपलब्ध कराया गया था. जिस पर दो भवन का निर्माण किया गया. एक भवन का निर्माण वर्ष 1980 में हुआ. जो वर्तमान में पूरी तरह से जर्जर है. दूसरेे भवन का निर्माण कार्य 1996 में हुआ है जिसमें वर्तमान समय में विद्यालय का संचालन होता है. विद्यालय के आगे गोचर जमीन है. जिस पर भवन निर्माण कार्य होने से गांव की समस्या का समाधान हो सकता है. लेकिन विभाग ने इस दिशा में रुचि नहीं दिखाई है. विद्यालय निर्माण के लिये कई विद्यालय सचिव को पुराने घर तोड़कर नये भवन निर्माण करने की बात कही गयी, लेकिन निर्माण कार्य अब तक नहीं हो सका है. भवन नहीं बनने से बच्चे दो कक्ष में ही पठन-पाठन करने को विवश हैं. विद्यालय में वर्तमान में कुल 390 छात्र- छात्राएं हैं. क्या कहते हैं अभिभावक : इस संबंध में अभिभावक नलीन मंडल, माथुर मंडल, शहदेव मंडल, योगेन्दर मंडल, विशु मियां, नसरुल मियां, जमशेद मियां समेत कईयों ने बताया कि भवन निर्माण नहीं होने के कारण बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है. गर्मी के दिनों में बच्चे तो विद्यालय के आगे पेड़ के नीचे बैठ कर पठन-पाठन कर लेते हैं. लेकिन बारिश के दिनों में बच्चों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. इसकी शिकायत विभाग से कई बार की गयी. लेकिन आज तक भवन निर्माण नहीं हो सका. अभिभावकों ने विद्यालय भवन निर्माण तथा छा़त्र-छात्राओं के लिये अलग शौचालय निर्माण की मांग की है. क्या कहते हैं विद्यालय के सचिव: विद्यालय के सचिव नवल किशोर झा ने बताया कि जमीन नहीं होने के कारण निर्माण का कार्य बाधित है. इसकी लिखित शिकायत विभाग से की गयी है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें