दुमका : अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर दुमका में रविवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया, इसका उद्घाटन जिला परिषद् के अध्यक्ष पुलिस नाथ मरांडी ने मुख्य अतिथि दीप प्रज्वलित कर किया. मौके पर विशिष्ट अतिथि पूर्व राज्य समन्वय समिति सदस्य विजय कुमार सिंह, जिला परिषद के उपाध्यक्ष अशोक कुमार, जिप सदस्य भागवत राउत व प्रखंड प्रमुख सुजाता देवी उपस्थित थे.
अपने अध्यक्षीय भाषण में पुलिस नाथ मरांडी ने कहा कि पंचायत स्तर पर निरक्षर लोगों को साक्षर बनाना प्रेरकों का दायित्व है. सबको साक्षर बनाकर ही राष्ट्र की उन्नति संभव है. उपाध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा कि जमीनी स्तर पर यह अभियान चले, इसके लिए सतत मूल्यांकन करना होगा.
लोग साक्षर बनें. साक्षरता दर बढ़े, तभी अभियान की साथर्कता साबित होगी. पूर्व राज्य समन्वय समिति ने भी ईमानदार प्रयास पर बल दिया. अतिथियों का स्वागत जिला साक्षरता समिति के सचिव सह जिला शिक्षा पदाधिकारी देवीसल हांसदा ने किया. श्री हांसदा ने कहा कि जिले के सभी प्रेरकों के बीच साइकिल का वितरण किया जायेगा. इससे साक्षर भारत अभियान को गति मिलेगी. इसके लिए निविदा की प्रक्रिया शुरू कर ली गयी है.
महीने भर में जिले के सभी प्रेरकों को साइकिल वितरित कर दी जायेगी. श्री हांसदा ने बताया कि राज्य संसाधन केंद्र से पुस्तकें भी उपलब्ध करायी जायेगी.जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्याम सुंदर सिंह ने कहा कि असाक्षर मां–बाप जब तक जागरूक नहीं होंगे, तबतक अनिवार्य शिक्षा अधिनियम का भी पूरा–पूरा असर नहीं दिखेगा. 2010 के सर्वे के अनुसार दुमका में 418005 लोग निरक्षर थे. इसमें महिलाओं और अभिवंचित वर्ग की तादाद 72 फीसदी है.
महिलाओं और पुरुषों के साक्षरता दर में अंतर है, जिसे मिटाने की जरूरत है. इसमें जन प्रतिनिधियों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया. कार्यक्रम में मुख्य कार्यक्रम प्रबंधक मनोज अंबष्ठ, जिला कार्यक्रम समन्वयक अशोक सिंह, बीइइओ जया देवी उप प्रमुख उमाकांत राउत, शिक्षक नेता दिवाकर महतो, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक आशीष मंडल आदि ने भी अपने विचार रखे.