भुरकुंडा : भुरकुंडा कोयलांचल के रिवर साइड क्षेत्र में इन दिनों मलेरिया का प्रकोप बढ़ गया है. मलेरिया के कारण रविवार को स्थानीय दरबारी सिंह के पुत्र व बहू की मौत भी हो चुकी है. जबकि पत्नी व पोता पीड़ित हैं. मलेरिया का प्रकोप क्षेत्र में काफी बढ़ा हुआ है. क्षेत्र के कई लोग इससे पीड़ित हैं.
इसके बावजूद अब तक प्रखंड के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया है. मलेरिया से बचाव के लिए अब तक न तो डीडीटी का छिड़काव किया गया है और न ही नालियों की सफाई की जा रही है. सभी सड़कों के किनारे की नालियां, कॉलोनी क्षेत्र की नालियां गंदगी से बजबजा रही है. लेकिन इन्हें साफ करने का प्रयास किसी भी स्तर पर नहीं हो रहा है. लोग मच्छरों का प्रकोप ङोलने को विवश हैं.
अस्पतालों में बढ़ रहे मरीज : क्षेत्र के निजी चिकित्सकों व सीसीएल के अस्पतालों में रोजाना दर्जनों लोग पहुंच रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि वर्तमान में मलेरिया का प्रकोप बढ़ा हुआ है. ऐसे में एहतियाती कदम जरूरी हैं. बुखार के लक्षण आने पर मरीज को तुरंत चिकित्सक से मिलने की जरूरत है, ताकि वक्त रहते इलाज हो सके.
दूसरी ओर, क्षेत्र में लगातार बिजली कटौती भी लोगों को मच्छरों से दो–चार करने को विवश कर रही है. सीसीएल के अस्पताल के डॉ एचके सिंह ने कहा कि हर रोज 10-12 की संख्या में मलेरिया के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. इसके अलावा टाइफाइड व मौसमी बीमारी के कई मरीज इलाज के पहुंच रहे हैं.
विभाग बरत रहा लापरवाही (अनिल) पतरातू प्रखंड के उप प्रमुख अनिल सिंह ने मलेरिया से हुई दो मौतों पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए इसे स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही करार दिया है. श्री सिंह ने कहा कि प्रखंड के स्वास्थ्य विभाग को ऐसी बीमारियों से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने व कैंप लगाने की जरूरत है.
ग्रामीण क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. कहा कि इन मौतों के मामले को अगली बैठकों में उठाते हुए स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया जायेगा.