दुमका : प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमइजीपी) के बेहतर कार्यान्वयन के लिए दुमका जिला पुरस्कृत होगा. दुमका जिले ने पिछले वित्तीय वर्ष में लक्ष्य के मुकाबले पूरे राज्यभर में सबसे अच्छी उपलब्धि अर्जित की है.
2 अक्तूबर को राज्यस्तरीय समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया जायेगा. इसकी घोषणा मंगलवार को दुमका में आयोजित पीएमइजीपी जागरुकता शिविर में खादी ग्रामोद्योग आयोग के सदस्य और झारखंड राज्य खादी बोर्ड के अध्यक्ष जयनंदू ने की. उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2008-09 से लगातार दुमका जिला इस कार्यक्रम के कार्यान्वयन में बेहतर करता आ रहा है.
गत वर्ष 130 के लक्ष्य के विरूद्ध 173 इकाइयां स्वीकृत की गयी है. उन्होंने कहा कि झारखंड में उग्रवाद, बेरोजगारी, गरीबी जैसी समस्यायें है. इसे स्वरोजगार से दूर किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि युवाओं को दक्षता का प्रशिक्षण दे देना काफी नहीं है, उन्हें रोजगार के लिए संसाधन भी उपलब्ध कराने में तत्परता दिखानी होगी.
उन्होंने लिज्जत का उदाहरण देते हुए कहा कि ऐसे उत्पाद बाजार में लाये, जिसे बाजार में गर्व से बेचा जा सके. उन्होंने कहा कि क्रशर आदि प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों से हटकर देशी अनाज–देशी आहार को प्रचारित करने पर जोर दिया. कहा कि आयोग इसके लिए आर्थिक संसाधन से लेकर विपणन तक की व्यवस्था करेगा.
उन्होंने कहा कि चालीस प्रतिशत शिल्पी गांवों में बसे हैं, जिन्हें तकनीकी सहायता उपलब्ध करायी जायेगी. 90 प्रतिशत अनुदान पर सीधी सहायता उन्हें मुहैया करायी जायेगी. इससे पूर्व आयुक्त अशोक कुमार मिश्र ने इस कार्यक्रम को महत्वपूर्ण बताया तथा उपलब्धियों को और बेहतर बनाने पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के कार्यान्वयन में जो समस्यायें हैं, वह दूर किया जाना चाहिए, ताकि युवाओं में असंतोष न रहे. वनांचल ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष वसंत कुमार मिश्र ने कहा कि बेरोजगारी, गरीबी कलंक है. हमें अपनी क्षमता का उपयोग कर इसे दूर करना होगा. कलंक को मिटाना होगा. भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक एसके दास ने बैंक की ओर से प्रतिबद्धता दुहरायी और समय पर आवेदन सुनिश्चित कराये जाने पर बल दिया, ताकि आवेदनों पर साकारात्मक कार्रवाई हो सके.
उन्होंने कहा कि स्वरोजगार से जुड़कर राष्ट्र को आगे बढ़ाया जा सकता है. कार्यक्रम का संचालन डॉ डीके राय ने किया. मौके पर डीडीसी अरबिंद कुमार, एलडीएम विजय कुमार तथा खादी बोर्ड के अधिकारी सेवालाल मौजूद थे.