विधानसभा चुनाव के अतिम चरण के मतदान को लेकर सभी सीटों पर उत्साह का माहौल रहा. ठंड की वजह से भले ही सुबह-सुबह कम कतार दिखी, मगर दिन चढ़ते ही मतदाताओं की भीड़ बूथों मंे उमड़ पड़ी. दिव्यांग वोटरों से लेकर वृद्ध तक बूथ पर पहुंचे. लोकतंत्र का सबसे सुंदर चेहरा पहाड़ों पर बसे गांवों में दिखा. यहां ग्रामीण कंपकंपाती ठंड को दरकिनार कर वोट करने कतारबद्ध हो गये. नक्सल प्रभावित शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में भी सुरक्षा के बीच जम कर वोट पड़े. कहीं भी किसी तरह का खौफ नहीं दिखा. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों की तैनाती थी.
दुमका : उदासीन रहे शहर के वोटर ग्रामीण क्षेत्रों में लगी रहीं लंबी कतारें
दुमका विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार को शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो गया. शहरी क्षेत्र के मतदाता जहां सुस्त दिखे, वहीं ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं में जबर्दस्त उत्साह दिखा. शहर से सटे ग्रामीण इलाके के मतदान केंद्रों में भी मतदाताओं की लंबी कतारें दिखी. शहर के 45 में से 39 मतदान केंद्रों को सखी बूथ बनाये गये थे. जहां महिला मतदानकर्मियों को चुनाव कार्य संपन्न कराने की जिम्मेदारी दी गयी थी. सुरक्षा के लिए भी महिला पुलिस को लगायी गयी थी.
शहर के प्रांतीयकृत पशु चिकित्सालय शिवपहाड़ में महेशपुर के प्रत्याशी प्रो स्टीफन मरांडी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, तो भाजपा प्रत्याशी व कल्याण मंत्री डॉ लुइस मरांडी ने सदर प्रखंड के बड़तल्ली में वोट डाले. मूक बधिर विद्यालय में मतदाताओं को अपनी बारी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा. जिला परिषद, नगर परिषद और दुमका क्लब में भी मतदान की गति धीमी रही. उपायुक्त राजेश्वरी बी, एसडीओ राकेश कुमार सहित कई पदाधिकारियों ने आदर्श केंद्र में मतदान का जायजा लिया.
बोरियो : युवाओं ने असहायों व वृद्धों को पहुंचाया बूथ, कराया मतदान
झारखंड विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के चुनाव में बोरियो विधानसभा में 71.58 प्रतिशत मत पड़े. चुनाव में ग्रामीण क्षेत्रों के मतदाताओं में अधिक उत्साह देखा गया. मतदाताओं ने कड़ाके की ठंड को मात देकर सुबह साढ़े छह बजे से ही मतदान केंद्रों में पहुंचने लगे. जैसे-जैसे दिन साफ हुआ बड़ी संख्या में मतदाता घर से निकले और मतदान किया. प्रखंड प्रशासन ने मतदाताओं को पर्ची उपलब्ध करायी थी.
इसके कारण लोगों को कोई परेशानी नहीं हुई. बोरियो बाजार के मतदान केंद्रों संख्या 162 में तीन बजे के बाद लगभग 50 मतदाताओं ने मतदान किया. वहीं बोरियो विधानसभा सीट के लिए हुए मतदान के दौरान युवाओं और महिलाओं में काफी उत्साह देखा गया. विस चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित कराने को लेकर क्षेत्र के युवाओं ने अलग-अलग टीम बना कर 11 बजे के बाद गांव के असहाय बुजुर्ग महिला एवं पुरुष को ट्राई-साइकिल से लाकर मतदान करने में सहयोग किया..
बरहेट: महिलाओं व युवाओं में रहा खासा उत्साह, दिव्यांग भी नहीं रहे पीछे
विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में बरहेट विधानसभा क्षेत्र के बरहेट एवं पतना प्रखंड में मतदाताओं के बीच काफी उत्साह रहा. इसी बीच महिला एवं युवा मतदाताओं ने अहले सुबह अपने-अपने घरों से निकल कर मतदान केंद्र पर पहुंचे और अपने मताधिकार का प्रयोग किया. वहीं दिव्यांग मतदाता भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने से पीछे नहीं रहे.
बरहेट विधानसभा के अधिकांश मतदान केंद्रों पर समय से मतदान शुरू हुआ. वहीं कुछ मतदान केंद्रों पर मतदान आधा घंटे का विलंब से शुरू हुआ. सुबह के समय तेज धूप नहीं रहने के कारण मतदाताओं की भीड़ रही. जिस कारण थोड़ी के लिये मतदाताओं को परेशानियों का भी सामना करना पड़ा. बरहेट के पहाड़ी क्षेत्रों में भी मतदाताओं का काफी उत्साह रहा. बरहेट विधानसभा में सुबह 11 बजे तक 27.39 प्रतिशत मतदान हुआ. वहीं दोपहर 1 बजे तक 49.72 प्रतिशत मतदान हुआ. जबकि दोपहर 3 तक बरहेट विधानसभा में 63.78 प्रतिशत मतदान हुआ.
पाकुड़ : ठंड में शहरी क्षेत्रों में छायी रही सुस्ती, ग्रामीणों ने दिखायी फुर्ती
पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र में मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया. सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक लोगों ने मतदान किया. यहां से कुल 11 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं.
पाकुड़ सीट में कुल 3,20,032 मतदाता हैं. इनमें 1,63,216 पुरुष और 1,56,816 महिला मतदाता शामिल हैं. पाकुड़ विधानसभा में पाकुड़ व साहिबगंज जिला का बरहरवा प्रखंड भी शामिल है. दोनों प्रखंडों में मतदान के लिए कुल 434 बूथ बनाये गये थे. विधानसभा क्षेत्र में शहरी क्षेत्र के लोगों की वोटिंग रेट कम रही, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में मतदाताओं की अच्छी-खासी भागीदारी देखी गयी.
सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था. सीमावर्ती इलाकों को सील कर दिया गया था. जिले में किसी भी तरह की दिक्कत ना हो, इसके लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबल तैनात किया गया था. शहर में पहली बार मतदान करनेवाले युवा मतदाताओं में काफी उत्साह देखा गया. युवा मतदान के बाद अपनी सेल्फी सोशल साइट्स पर अपडेट करते रहे. डीसी कुलदीप चौधरी व डीडीसी रामनिवास यादव ने भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
महेशपुर: मतदान करने के लिए उमड़ी महिलाएं, स्वागत में चाय भी मिली
महेशपुर विधानसभा क्षेत्र के सभी 12 उम्मीदवारों की किस्मत दोपहर तीन बजे इवीएम में कैद हो गयी. इस विधानसभा में 74.81% फीसदी मतदान हुआ. इसके लिए सुबह से ही मतदाताओं की लंबी कतारें लगी रही. महेशपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,16,466 मतदाता हैं, जिनमें से 1,07,070 पुरुष मतदाता हैं. वहीं 1,08,487 महिला मतदाता हैं.
महेशपुर विधानसभा में कुल 308 मतदान केंद्र बनाये गये थे, जहां लोगों ने मतदान किया. सुबह से ही बुजुर्ग, महिला, युवा मतदाताओं की सुबह से ही लाइन लगी रही. हालांकि पाकुड़िया प्रखंड के जोंका गांव के मतदान केंद्र संख्या 279 में मतदान 40 मिनट देर से शुरू हुआ. यह मतदान केंद्र विलंब से खोला गया था. सुरक्षा को लेकर पुख्ता व्यवस्था की गयी थी. आदर्श मतदान केंद्र में आनेवाले मतदाताओं को ठंड के कारण चाय की व्यवस्था की गयी थी.
बुजुर्ग मतदाताओं के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था थी. मतदान के लिए आनेवाले बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं को फूल देकर सम्मानित किया गया. वहीं महेशपुर विधानसभा के प्रत्याशी स्टीफन मरांडी, आजसू प्रत्याशी सुफल मरांडी, भाजपा प्रत्याशी मिस्त्री सोरेन, झाविमो प्रत्याशी शिवधन हेंब्रम, राजमहल लोस व विस से पूर्व सांसद सह विधायक देवीधन बेसरा ने भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
लिट्टीपाड़ा: कुछ इलाकों में विरोध के बाद वोटिंग शुरू, वोटरों ने ठंड को दी मात
लिट्टीपाड़ा विधानसभा से 11 उम्मीदवार मैदान में हैं. कुल 66.95 फीसदी मतदान हुआ. जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में सबसे कम मतदान लिट्टीपाड़ा विधानसभा में ही हुआ है.
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी मतदान केंद्रों में मतदाताओं की भीड़ जमकर उमड़ी. लिट्टीपाड़ा विधानसभा के लिट्टीपाड़ा प्रखंड के धोपहाड़ी गांवों के ग्रामीणों ने गांव में सड़क नहीं होने के कारण वोट का बहिष्कार किया. वहीं लिट्टीपाड़ा प्रखंड के जोरडीहा के नवाडीह के बूथ संख्या-07 व कारीपहाड़ी गांव के बूथ संख्या-40 में भी ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार किया. हालांकि पदाधिकारियों के समझाने के बाद नवाडीह में 11.05 बजे और कारीपहाड़ी में 12 बजे से मतदान शुरू हुआ. लिट्टीपाड़ा विधानसभा के वर्तमान विधायक साइमन मरांडी, झामुमो प्रत्याशी दिनेश विलियम मरांडी व भाजपा प्रत्याशी दानियल किस्कू सहित अन्य प्रत्याशियों ने भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
शिकारीपाड़ा: नक्सलियों के मांद में भी वोटर नहीं रहे पीछे, बेखौफ डाले वोट
शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र घोर उग्रवाद प्रभावित इलाका है. इसी विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक नक्सली वारदातें हुई हैं. पर लोकसभा चुनाव की तरह ही इस बार के विधानसभा चुनाव में भी पुलिस प्रशासन की अचूक रणनीति ने नक्सलियों के इरादे को कामयाब नहीं होने दिया. यह ऐसा इलाका है, जहां पूर्व के चुनावों में पुलिसकर्मियों, सुरक्षा बल और मतदानकर्मियों को नक्सलियों ने निशाना बनाया था, हथियार लूटे थे.
दुमका से पाकुड़ लौटते वक्त पाकुड़ के तत्कालीन एसपी अमरजीत बलिहार व उनके पांच अंगरक्षकों को एंबुश कर मार डाला था. पर इस बार पांचवें व अंतिम चरण में हुए चुनाव में सुबह सात बजे से भले ही मतदान शुरू हुआ, पर अधिकांश बूथों में छह-साढ़े छह बजे ही लोग जुटने लगे थे. जंगल-पहाड़ों में पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल व आइटीबीपी के जवान पैनी नजर बनाये हुए थे. लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए संताल परगना में नक्सल आंदोलन का सूत्रधार बद्री राय भी मतदान करने पहुंचे और मतदान किया.
राजमहल : महिलाओं ने प्रथम प्रहर में दिखायी तेजी, जमकर डाले वोट
मतदान को लेकर शुक्रवार की सुबह से ही मतदान केंद्रों के आसपास लोग नजर आये. कड़ाके की ठंड और कनकनी के बावजूद मतदाता काफी उत्साहित रहे. ठंड की परवाह किये िबना ही घर से निकले और जमकर मतदान किया.
खासकर महिला मतदाताओं ने प्रथम पहर में मतदान करने में तेजी दिखायी. दो मतदान केंद्रों में मतदान विलंब से शुरू हुआ. प्रखंड मुख्यालय स्थित बूथ संख्या 186 में करीब 50 मिनट विलंब से मतदान शुरू हुआ. जबकि नया बाजार स्थित मध्य विद्यालय बूथ संख्या 196 में 45 मिनट विलंब से मतदान शुरू हुआ. वीवीपैट मशीन में खराबी आने के कारण बूथ संख्या 236, 107, 167, 170, 128, 196 और 114 में वीवीपैट मशीन बदली गयी. जबकि तकनीकी खराबी रहने के कारण बूथ संख्या 196 और 249 में कंट्रोल यूनिट बदले गये. क्षेत्र के विधायक अनंत ओझा, एमटी राजा, केताबुद्दीन, राजकुमार यादव आदि प्रत्याशियों ने मतदान किया.