रानीश्वर : प्रखंड मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूरी पर स्थित निझुरी गांव बीते 20 दिनों से डायरिया की चपेट में है. बुधवार को गांव की सहिया के पुत्र राहुल मंडल को डायरिया होने पर उसे इलाज के लिए सीएचसी रानीश्वर में भरती कराया गया.
इससे पहले बासंती मंडल, अन्नपूर्णा मंडल, निमाई रामदास, श्यामली दास सहित दर्जन भर लोग डायरिया से पीड़ित है. जिनका इलाज सीएचसी व गांव के प्राइवेट चिकित्सा केंद्र में चल रहा है. ग्रामीण पतितपावन घोष त्रिलोचन घोष ने बताया कि गंदे पानी के कारण गांव में बार-बार डायरिया फैलता है. गांव में जो चापानल है, उससे शुद्ध पानी नहीं निकलता है.
निकासी की व्यवस्था नहीं रहने से घरों का गंदा पानी बीच रास्ते में बहता है. सात महीना पहले निझुरी में डायरिया फै ला था. स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन की टीम ने उस समय ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने, नाली की व्यवस्था कराने का आश्वासन दिये थे. लेकिन डायरिया का प्रकोप थमते ही पदाधिकारी आश्वासन भूल गये. ग्रामीणों ने बताया कि निझुरी गांव प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र धाधका के पोषक क्षेत्र में आता है. धाधका में पदस्थापित एएनएम हमेशा गायब रहती है.