दुमका : उपराजधानी में एनसीइआरटी के पाइरेटेड पुस्तकों की बिक्री के मामले में दो स्थानीय पुस्तक विक्रेताओं तथा इन पुस्तक के प्रकाशकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
डीसी हर्ष मंगला के आदेश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी देवीसल हांसदा ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी में टीन बाजार चौक में मेसर्स विद्यार्थी पुस्तक भंडार के प्रोपराइटर रमाकांत शरण व मारवाड़ी चौक स्थित मेसर्स कृष्णा बुक स्टोर्स के प्रोपराइटर नवीन शाह तथा प्रकाश आभा पब्लिकेशन, नाइस बुक्स व ब्राइट बुक्स के अज्ञात मालिकों तथा अज्ञात आपूर्तिकर्ताओं को आरोपित बनाया गया है. पुलिस ने इनके विरुद्ध भादवि की दफा 420 व 34 तथा कॉपीराइट एक्ट 1957 की धारा 63 के तहत मामला दर्ज किया है.
सात मई को की गयी थी छापेमारी : प्रभात खबर में 29 अप्रैल को छपी खबर पर संज्ञान लेते हुए मानव संसाधन विकास विभाग के प्रधान सचिव ने सभी उपायुक्तों को मामले में जांच कर कार्रवाई कराने का आदेश दिया था.
दुमका डीसी ने मामले में एसडीओ श्याम नारायण राम व डीइओ देवीसल हांसदा के नेतृत्व में टीम गठित की थी. इस टीम ने दोनों ही प्रतिष्ठानों में छापेमारी की, तो एनसीइआरटी से मिलती-जुलती पुस्तकें मिली थीं, जिसे जब्त किया गया था.
एनसीइआरटी को हो रहा नुकसान : अधिक मुनाफा कमाने के लिए दुकानदार एनसीइआरटी की मौलिक पुस्तकों को बेचने की बजाय प्रश्न-उत्तर शामिल इन पुस्तकों की बिक्री करते हैं. जिसमें 250 से 300 रूपये प्रति सेट का कमीशन दुकानदारों को मिलता है.
झारखंड में एनसीइआरटी की पुस्तकों के मुद्रण, वितरण व विपणन के लिए नेशनल प्रिंटर्स, नामकुम को अधिकृत किया गया है. लेकिन बाजार में मिलते-जुलते नाम व कवर में एनसीइआरटी की पुस्तकों की जगह पर बेचा जा रहा है. ऐसी किताबों के पन्नों की क्वालिटी भी एनसीइआरटी की तुलना में बेहद खराब है, जबकि कीमतें लगभग डेढ़ से दो गुनी रखी गयी है.
इन पुस्तकों को किया गया था जब्त
मेसर्स कृष्णा बुक स्टोर्स से टीम ने सामाजिक विज्ञान कक्षा-9 (आभा पब्लिकेशन), शेमुषी कक्षा-9 व विज्ञान कक्षा-10(नाइस बुक्स) तथा विद्यार्थी पुस्तक भंडार से सरल विज्ञान कक्षा-9 (आभा पब्लिकेशन) विज्ञान कक्षा-9 (नाइस बुक्स), फुटप्रिंट विदाउट फिट कक्षा-10 (ब्राइट बुक्स पब्लिसर्स) जब्त किये गये थे. जांच में पदाधिकारियों ने मिलान में एनसीइआरटी पुस्तकों से मिलता पाया था.