दुमका : धनबाद, जामताड़ा और दुमका में चिटफंड कंपनी के रूप में बड़े पैमाने पर लोगों से निवेश कराकर फरार हो जानेवाली अईट वंडर गोल्डेन ईगल के खिलाफ सीबीआइ की जांच चल रही है. 2010- 11 में गोल्डेन ईगल नाम की इस चिटफंड कंपनी में दुमका जिले से भी बड़ी तादाद में लोगों ने निवेश किया था. कंपनी का दावा था कि वह दो साल में ही निवेश के रुपये दोगुने हो जायेंगे. दुमका में कई लोगों ने कंपनी और उसके एजेंट के झांसे में आकर अपनी गाढ़ी मेहनत की कमाई को इस चिटफंड कंपनी में निवेश कर दिया था,
लेकिन जब परिपक्वता अर्थात मैच्यूरिटी का वक्त आया तो कंपनी रातों रात फरार हो गयी. मामला सीबीआइ तक पहुंचा और अब सीबीआइ इस मामले में जांच कर रही है. सीबीआइ की टीम रांची से दुमका पहुंची हुई है. शुक्रवार तक दुमका में रहकर ठगी के शिकार हुए निवेशकर्ताओं से मिलकर उनका पक्ष जानेगा. तथ्य जुटाने की कोशिश करेगा. सीबीआइ के इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि गोल्डेन ईगल से संबंधित ठगी के शिकार हुए लोग शिकायत लेकर दुमका परिसदन में टीम से मिल सकते हैं और अपनी बातों को रख सकते हैं. अगले दो दिनों तक सीबीआइ की टीम दुमका परिसदन में ही रुकेगी.