उदासीनता. लेवी नहीं देने पर माओवादियों ने फूंक दिये थे पांच जेसीबी
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नक्सली वारदात के दो माह बाद भी शुरू नहीं हो पाया सड़क निर्माण
उदासीनता. लेवी नहीं देने पर माओवादियों ने फूंक दिये थे पांच जेसीबी 29 अक्तूबर को दुधिया से सरूआपानी सड़क निर्माण का हुआ था शिलान्यास 10 नामजद व 10 अज्ञात नक्सलियों के विरुद्ध दर्ज हुआ था मामला सुरक्षा का हवाले दे रहे अधिकारी, ग्रामीणों की कैसे पूरी होगी आस काठीकुंड : उग्रवाद प्रभावित काठीकुंड प्रखंड में […]
29 अक्तूबर को दुधिया से सरूआपानी सड़क निर्माण का हुआ था शिलान्यास
10 नामजद व 10 अज्ञात नक्सलियों के विरुद्ध दर्ज हुआ था मामला
सुरक्षा का हवाले दे रहे अधिकारी, ग्रामीणों की कैसे पूरी होगी आस
काठीकुंड : उग्रवाद प्रभावित काठीकुंड प्रखंड में दो माह पूर्व नक्सली वारदात हुए थे. इसके बाद से सड़क का निर्माण कार्य ठप पड़ा है. पथ निर्माण की इन योजनाओं पर कार्य शुरू होने के चार-पांच दिन बाद ही नक्सलियों ने पांच जेसीबी मशीन फूंक डाले थे. अब तक सड़क निर्माण का कार्य ठप पड़ा है. छह नवंबर को भाकपा माओवादियों ने वारदात को अंजाम दिया गया था. लेवी को लेकर हुई घटना के बाद पुलिस ने 10 नामजद व 10 अज्ञात नक्सलियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया था. घटना के कुछ ही दिन पूर्व 29 अक्तूबर को स्थानीय विधायक नलीन सोरेन ने एक साथ सड़क निर्माण की कई योजनाओं का शिलान्यास किया था.
इसमें पीडब्लूडी पथ में दुधिया से सरूआपानी सड़क निर्माण की योजना भी शामिल थी. आरइओ की यह योजना साढ़े छःह करोड़ की है. इतनी लागत से 11 किलोमीटर लंबे इस सड़क का निर्माण होना था. शिलान्यास के आठ दिनों बाद ही सड़क निर्माण में लगी पांच जेसीबी मशीन को आग के हवाले कर दिया गया था. इसमें सभी मशीने पूरी तरह जल गयी थी.
ग्रामीण को थी लंबे समय से सड़क की आस:
सड़क निर्माण कार्य शुरू होने से बिछिया पहाड़ी पंचायत के चिह्नित फोकस क्षेत्र के ग्रामीणों में सड़क की सुगमता को लेकर आस जगी थी. शिलान्यास हुआ था और काम की शुरुआत हुई थी. तब लगा था कि सड़क के बनने से दुधिया, चौधार, लकड़ाफैला, घाटचौरा, अम्बाजोड़ा, सरवाय गांव के ग्रामीण सुगमतापूर्वक आवागमन कर सकेंगे.
घटनास्थल पर ही पड़ी है जेसीबी मशीन
जिन इलाके में नक्सलियों ने जेसीबी को फूंका था, उन्हीं इलाके में जले हुए जेसीबी जस-की-तस पड़ी हुई है. इसे जब्त कर पुलिस ला भी नहीं सकी है. इतना ही नहीं जो काम जहां बंद हुआ था, उसकी तरह की बंद पड़ा हुआ है. घटना के बाद से एक इंच भी काम नहीं हो सका है.
मुख्यालय व बाजार से जुड़ाव होता आसान
सड़क निर्माण से ग्रामीणों का प्रखंड मुख्यालय व काठीकुंड बाजार से जुड़ाव सुगम हो जायेगा. वर्तमान में बड़ी कठिनाइयों के बाद लोग ब्लाॅक व बाजार पहुंचते हैं. लोगों का प्रमुख बाजार काठीकुंड ही हैं और लगभग हर रोज लोगों का आना जाना रहता हैं. ऐसे में ग्रामीण इसी आस में हैं कि काश सड़क का काम जल्द पूर्ण
हो जाये.
जल्द शुरू कराया जायेगा काम
लंबे समय बाद ग्रामीणों के पूरे हो रहे सपने नक्सली वारदात की वजह से चूर हो गये. ग्रामीण सशंकित हैं कि शायद ही सड़क निर्माण का कार्य अब जल्दी पूरा हो पायेगा.घटना के बाद से कार्य बंद है. सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया गया है. उम्मीद है कि इस संदर्भ में जल्द ही कोई मुकम्मल निर्णय ले लिया जायेगा और कार्य शुरू कराने की दिशा में पहल की जायेगी.
विजय कुमार, कार्यपालक अभियंता, आरइओ
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