दुमका कोर्ट : चतुर्थ जिला व सत्र न्यायाधीश एसएन मिश्रा की अदालत ने ढेना बास्की को रिहा कर दिया. वह छह साल से जेल में था. पूरा ट्रायल जेल में रहते हुए ही पूरा हुआ. मामला 28 सितंबर 2010 का है. जब झुमरी बास्की अपने ससुराल से मायके आयी और मायके से मकई तोड़कर पांच किलोमीटर ससुराल ले जा रही थी,
तो पंचेत के ढेना बास्की ने सुनसान जगह पर उसे पकड़कर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था. इसमें कुल पांच गवाहों की गवाही हुई. पीड़िता ने अपने प्रतिपरीक्षण में बताया कि उसे दिन और समय मालूम नहीं है. वहीं दूसरे गवाह उसके पति ने कहा कि उसको घटना की जानकारी उसकी पत्नी ने दी थी. स्वतंत्र साक्षी ने कोई विशेष बात नहीं बतायी. ऐसी स्थिति में न्यायालय ने संदेह का लाभ देते हुए ढेना बास्की को रिहा कर दिया.