झारखंड विधि लिपिक महासंघ के सम्मेलन में तीन प्रदेशों के प्रतिनिधि शामिल
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विधि लिपिकों की जीवन दशा बदलनी चाहिए : पीडीजे
झारखंड विधि लिपिक महासंघ के सम्मेलन में तीन प्रदेशों के प्रतिनिधि शामिल गांधी सेवा सदन में सम्मेलन आयोजित धनबाद : विधि लिपिकों का जीवन बहुत कठिन है. विधि लिपिक न्यायालय के सभी प्रकार के कानूनी कार्यों को अंजाम देने के लिए अपना सर्वोत्तम सहयोग देते हैं. फिर भी न उनके बैठने की जगह है और […]
गांधी सेवा सदन में सम्मेलन आयोजित
धनबाद : विधि लिपिकों का जीवन बहुत कठिन है. विधि लिपिक न्यायालय के सभी प्रकार के कानूनी कार्यों को अंजाम देने के लिए अपना सर्वोत्तम सहयोग देते हैं. फिर भी न उनके बैठने की जगह है और न ही उनकी कोई सामाजिक पहचान ही बन पायी है. विधि लिपिकों की जीवन दशा बदलनी चाहिए. ये बातें व्यवहार न्यायालय के प्रधान जिला न्यायाधीश रंजीत कुमार चौधरी ने कही. वह शनिवार को गांधी सेवा सदन में आयोजित झारखंड विधि लिपिक महासंघ सह अधिवक्ता लिपिक संघ द्वारा आयोजित सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
विधायक मद से काम करायेंगे : विधायक राज सिन्हा ने कहा कि न्यायालय परिसर में विधि लिपिकों को बैठने के लिए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा धनबाद बार संघ जगह उपलब्ध कराये. वह अपने विधायक मद की राशि से उसे बनाने के लिए तैयार हैं.
जिन्होंने किया संबोधित : सम्मेलन को धनबाद न्यायालय के सरकारी अधिवक्ता भागीरथ राय, ऑल इंडिया लॉ क्लर्कस फेडरेशन के उपाध्यक्ष सह पश्चिम बंगाल लॉ क्लर्कस फेडरेशन महासचिव सुभाष चंद्र मंडल, झारखंड राज्य बार काउंसिल के को- चेयरमैन सह धनबाद बार के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी, पूर्व अध्यक्ष कंसारी मंडल, पूर्व महासचिव देवी शरण सिन्हा, बिहार लिपिक महासंघ के कार्यकारी मुख्य महासचिव वैद्यनाथ झा सहित कई अधिवक्ता एवं लिपिकों ने संबोधित किया.
दी श्रद्धांजलि : इसके पूर्व प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने दीप प्रज्वलित का सम्मेलन का उद्घाटन किया तथ धनबाद शाखा के अध्यक्ष कन्हैया राय ने आगत अतिथियों का स्वागत किया. अध्यक्षता महासंघ के कार्यकारिणी अध्यक्ष शकुनी पोद्दार, संचालन महासंघ के कार्यकारी मुख्य महासचिव कृष्ण लाल वर्मा किया. इस दौरान फेडरेशन के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक कुमार मंडल सहित देश के लिए शहीद होने वाले वीर जवानों, विधि लिपिकों के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
अंत में शशि भूषण प्रसाद ने धन्यवाद ज्ञापन दिया.
जिनकी रही उपस्थिति : बसंत जोशी, रतन लाल, सचिन कुमार सिन्हा, राजेश कुमार, रामाकांत चौधरी, निजामुद्दीन, हरेंद्र कुमार सिंह, राम मोहन पांडेय, हरिहरनाथ द्विवेदी, सरजू प्रसाद यादव, बैकुंठ विश्वकर्मा, अशोक कुमार चौबे, अजय कुमार श्रीवास्तव, राजीव शेखर गोस्वामी, अजीत कुमार पांडेय, उषा दुबे, सीमा सिन्हा, गुरुचरण मोहाली, कन्हैया राय, केके सिन्हा, एचके लाला, प्रभाकर प्रसाद आदि.
संघर्ष जारी रहेगा
ऑल इंडिया लॉ क्लक्स फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह महासंघ के मुख्य महासचिव पद्म कुमार भट्ट ने कहा कि विधि लिपिक कल्याण अधिनियम के आने से हमें खुशी है, मगर हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक विधि लिपिक अधिनियम नहीं बन जाता एवं विधि लिपिकों को बैठने के लिए न्यायालय परिसर में भवन या भवन निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध नहीं हो जाता. साथ-साथ मॉडल रुल का अनुपालन भी झारखंड राज्य बार काउंसिल द्वारा हो तथा राज्य के सभी जिला बार संघ के पदाधिकारी इसका अनुपालन करें आैर विधि लिपिकों के सर्वांगीण विकास में अपना सहयोग दें.
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