एक पखवारे से नहीं हो रहा कोर्ट मैरिज, लौट रहें जोड़े
धनबाद : निबंधन विभाग के सर्वर में खराबी आ जाने से कोर्ट मैरिज के लिए आ रहे जोड़ों को निराश लौटना पड़ रहा है. न तो रजिस्ट्रेशन हो रहा है और न ही सीरियल नंबर जेनेरेट हो रहा है. पिछले एक पखवारा (छह मई) से कोर्ट मैरिज बंद है. हर दिन दर्जनों जोड़े निबंधन विभाग पहुंच रहे हैं और वापस लौट लौट रहे हैं. विभाग की मानें तो सॉफ्ट वेयर में कुछ बदलाव किया जा रहा है. इसलिए रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है. यह स्थिति धनबाद ही नहीं, राज्य के अन्य जिले में भी है.
दर्जनों जोड़े का कोर्ट मैरिज रुका
सरवर में तकनीकी खराबी के कारण दर्जनों जोड़े का कोर्ट मैरिज सर्टिफिकेट नहीं मिल पा रहा है. वैसे जोड़े जिन्होंने अप्रैल में रजिस्ट्रेशन कराया था, उनका एक माह पूरा हो गया है. तकनीकी खराबी के कारण आगे की प्रक्रिया नहीं हो पा रही है. यही स्थिति विवाहित जोड़े के साथ उत्पन्न हो रही है. कोर्ट मैरिज का सर्टिफिकेट नहीं मिलने के कारण वे वीजा की प्रक्रिया पूरी नहीं कर पा रहे हैं.
क्या है कोर्ट मैरिज का प्रावधान
वैसे जोड़े जिन्हें कोर्ट मैरिज करना है, उन्हें निबंधन विभाग में रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है. रजिस्ट्रेशन के 30 से 90 दिनों के अंदर उन्हें कोर्ट मैरिज करना होता है. रजिस्ट्रेशन के समय जोड़े को 2.50 रुपया रजिस्ट्रेशन शुल्क लगता है. कोर्ट मैरिज के समय सर्टिफाइड कॉपी व रजिस्ट्रेशन फीस मिलाकर कुल आठ रुपया शुल्क लगता है. अविवाहित जोड़े का कोर्ट मैरिज सेक्शन पांच के अंतर्गत किया जाता है. जबकि वैसे जोड़े जिनकी शादी हो गयी है और वे कानूनी सर्टिफिकेट लेना चाहते हैं तो उनका सेक्शन 15 के अंतर्गत कोर्ट मैरिज होता है. जबकि हिंदू मैरिज एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन के दो माह के अंदर कोर्ट मैरिज पर 575 रुपया शुल्क है और दो माह के बाद कोर्ट मैरिज पर 825 रुपया शुल्क निर्धारित है.
सॉफ्टवेयर में कुछ बदलाव किया जा रहा है. मुख्यालय रांची में काम चल रहा है. दो दिनों के अंदर सॉफ्टवेयर अप टू डेट हो जायेगा. सीनियर नंबर मिस मैच होने के कारण रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा रहा है. संभवत: सोमवार व मंगलवार से कोर्ट मैरिज के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो जायेगा.
संतोष कुमार, अवर निबंधक