धनबाद : सबसे गंदे शहर से मुक्ति दिलाने वाले जिले के सफाईकर्मी मजदूरी नहीं मिलने से खासे नाराज हैं. शहर के कई जगहों पर साफ-सफाई ठप हो गयी है. शहर गंदगी से पटा है. अपार्टमेंट से लेकर गली-मुहल्ले में कूड़ा-करकट का अंबार लग गया है. बताया जाता है कि सफाईकर्मियों का मार्च, अप्रैल का वेतन बकाया है, जबकि मई के 20 दिन भी गुजर गये. फिलहाल निगम में लगभग 12 सौ सफाई मजदूर हैं. 55 वार्डों के लिए प्रति वार्ड 25-30 सफाई कर्मियों को सफाई के लिए दिया गया है. वेतन नहीं मिलने से मजदूर पिछले दिनों आंदोलन भी कर चुके हैं.
हर तरफ पसर रही गंदगी, नारकीय स्थिति : साफ-सफाई नहीं होने से सबसे खराब स्थिति प्रमुख बाजारों की है. पुराना बाजार, पुलिस लाइन, स्टील गेट के पास कूड़ों का ढेर हो गया है. आसपास के लोगों का कहना है कि कई दोनों से गंदगी का उठाव नहीं हो रहा है. बदबू से स्थिति खराब है. महामारी फैल सकती है. इसके साथ हीरापुर, पुलिस लाइन, सरायढेला, हाउसिंग कॉलोनी धैया आदि इलाकों के अपार्टमेंट के बाहर गंदगी का अंबार लगा है.
मार्च माह का वेतन मजदूरों को दिया गया है, कुछ लोगों के अकाउंट्स में गड़बड़ी के कारण वेतन नहीं गया होगा. अप्रैल का वेतन जल्द दिया जायेगा. साफ-सफाई को प्रभावित नहीं होने दिया जायेगा.
प्रदीप कुमार, अपर नगर आयुक्त, ननि.