धनबाद: एसएसएलएनटी महिला कॉलेज के पीजी भवन निर्माण में एचआरडी ने वित्तीय गड़बड़ी पकड़ी है. कॉलेज से पूछताछ शुरू हो गयी है. कॉलेज परिसर में स्थित पीजी भवन का अधूरा निर्माण कार्य का 6 लाख 90 हजार रुपये का यूटिलाइजेशन कॉलेज ने विभावि को भेजा था.
विभावि ने उसे एचआरडी को भेज दिया. एचआरडी के इंजीनियरिंग सेल ने मामले में कई अनियमितता पकड़ी है. विभागीय तौर पर की गयी इस काम में नियम की अनदेखी कर मनमानी हुई है. खर्च में भी कई प्रकार की आशंका जाहिर की गयी है.
क्या है मामला
कॉलेज प्रबंधन की मांग पर परिसर में पीजी भवन का निर्माण के लिए 14 लाख रुपये का आवंटन हुआ था. प्रथम चरण में सात लाख रुपये काम के लिए आया था. काम दो तरीके से कराने का नियम है. निविदा के जरिये या फिर विभागीय. विभागीय तौर पर होने वाले खर्च का नियम है कि खर्च की राशि का चेक काम करने पार्टी केनाम से कटेगा, लेकिन यहां पीजी भवन का निर्माण के लिए हुआ खर्च चेक कॉलेज के एक कर्मी के नाम से कटा है. राशि के खर्च में भी गड़बड़ी आशंका है. यूटिलाइजेशन के आधार पर विभागीय अभियंता ने प्राचार्या से फोन पर पूछताछ की. प्राचार्य चूंकि छुट्टी पर हैं इसलिए उन्होंने कॉलेज में फोन करने को कहा. उसके बाद कॉलेज से पूछताछ की गयी. यूटिलाइजेशन में लेबर पेमेंट का विस्तृत कागजात नहीं दिखाया गया है. पूछताछ के बाद कॉलेज रेस हो गया है.
भवन की वर्तमान स्थिति
प्रथम चरण के काम का यूटिलाइजेशन नहीं जाने से दूसरे चरण का सात लाख रुपया रुका हुआ है. इस बीच भवन की प्राक्कलित राशि भी काफी बढ़ गयी है. ऐसे में शेष काम तभी पूरा होगा जब बढ़ी प्राक्कलित राशि के अनुसार आवंटन मिलेगा.