धनबादः अगस्त में कोयला हड़ताल के आसार हैं. कोल इंडिया के वर्कर्स यूनियनों ने इसके संकेत दिये है. कोल इंडिया में दस फीसदी हिस्सेदारी बेचने का विरोध ये यूनियनें कर रही हैं. तीस मई को हड़ताल की तारीख की घोषणा की जा सकती है.
ऑल इंडिया कोल वर्कर्स फेडेरेशन के महासचिव जीवन राय के अनुसार- हड़ताल को लेकर मागों की सूची तैयार हो चुकी है. इसमें सरकार से मांग की गयी है कि सरकार सीआइएल की हिस्सेदारी बेचने का फैसला तुरंत वापस ली जाये. उत्पादन में लगी आउटसोर्सिग कंपनियों को हटाने व निजी कंपनियों से कोल ब्लॉक वापस लेना शामिल है. यूनियन सीआइएल की प्रस्तावित रि-स्ट्रक्चरिंग( पुनर्गठन) का भी विरोध कर रही है.
कोयले की कमी हो सकती है : हड़ताल की वजह से कोयले की कमी हो सकती है. इससे बिजली उत्पादन पर भी असर पड़ सकता है. उत्पादन पर असर पड़ने से पावर कट के भी आसार हो सकते हैं. कोल इंडिया में एक दिन हड़ताल से कम से कम दस लाख प्रोडक्शन का नुकसान होता है. इससे 100 करोड़ की चोट कंपनी को पहुंचती है.