धनबाद. बाल श्रम से मुक्त कराये गये बच्चों का गुरुवार को मेमको मोड़ स्थित राजकीय आवासीय विद्यालय विद्यालय में नामांकन के लिए काउंसेलिंग हुई. बच्चों के माता-पिता को भी समझाया गया कि वे पुन: अपने बच्चों को बाल श्रम में न लगायें. श्रम अधीक्षक राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि नौ बाल श्रमिक अनुसूचित जाति के थे.
इनमें उपस्थित आठ बच्चों की काउंसेलिंग करायी गयी. उन्हें दस दिनों में आधार कार्ड, जाति प्रमाणपत्र, विद्यालय स्थानांतरण प्रमाणपत्र जमा करना होगा. बच्चे यहां ही रहेंगे और यहां ही पढ़ेंगे. उनकी लगातार ट्रैकिंग की जायेगी.
यहां उनकी मैट्रिक तक की पढ़ाई हो जायेगी. उस धारा से जो बच्चे निकले हैं, वे मैट्रिक के बाद अपने भविष्य के लिए कुछ बेहतर कर पायेंगे. उनके परिवार की आर्थिक व शैक्षणिक स्थिति में भी निश्चित सुधार आयेगा. मौके पर सहायक श्रमायुक्त प्रदीप रॉबर्ट लकड़ा, श्रम अधीक्षक रविशंकर व वाल्टर कुजूर, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी हरेंद्र सिंह, सुमन तिर्की, संबंधित प्रखंडों के श्रमिक मित्र व अभिभावक मौजूद थे.