धनबाद: उग्रवाद प्रभावित टुंडी प्रखंड के मनियाडीह थाना का निर्माण कार्य सवा दो वर्ष से ठप पड़ा हुआ है. माओवादियों के भय से ठेकेदार ने निर्माण कार्य रोक दिया था. बगैर सुरक्षा के ठेकेदार ने निर्माण कार्य जारी रखने से इनकार कर दिया था.
ठेकेदार ने इस संबंध में थानेदार व एसपी को पत्र लिख कर सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की थी. टुंडी के तत्कालीन थानेदार बुधराम उरांव ने वर्ष 2010 की दिसंबर माह में एसपी को पत्र लिख कर मनियाडीह थानास्थल पर निर्माण कार्य के दौरान पर्याप्त बल उपलब्ध कराने का आग्रह किया था.
एसपी की ओर से रांची पुलिस मुख्यालय में आइजी (अभियान) को पत्र भेजा गया, जिसमें निर्माणस्थल पर दो कंपनी जैप बल उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया. पत्र की प्रतिलिपि जोनल आइजी व डीआइजी को भी दी गयी थी. पुलिस मुख्यालय की ओर से अभी तक इस दिश में कोई पत्र नहीं आया है. आइजी व डीआइजी स्तर से जिला पुलिस को चार माह पहले एक पत्र आया था, जिसमें पर्याप्त पुलिस बल उपलब्ध कराने की बात कही गयी थी.
क्या है मामला : उग्रवाद प्रभावित टुंडी प्रखंड में मात्र एक थाना टुंडी है. बड़ा इलाका है. मनियाडीह पुलिस पिकेट था. वर्ष 2010 में सरकार ने टुंडी में एक और थाना मनियाडीह बनाने का निर्णय लिया. लगभग 60 लाख की लागत से मनियाडीह में मॉडल थाना भवन का निर्माण करना है. थाना का निर्माण कार्य वर्ष 2010 की नवंबर माह में शुरू हुआ. चारों ओर नींव खोदी गयी. छड़ बिछाया गया. तीन पिलर भी खड़े हो गये. लेकिन अभी निर्माण बंद है.