-महिला मोरचा जिलाध्यक्ष बनते ही गीता सिंह विवादों में घिरीं
-पार्टी पक्ष में खड़ी, एसएसपी से दोषियों पर कार्रवाई की मांग
मुख्य संवाददाता, धनबाद
भाजपा महिला मोरचा जिलाध्यक्ष गीता सिंह को पद संभाले हुए 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि उनसे संबंधित एक वीडियो सोशल साइट पर वायरल हो जाने से पार्टी के अंदर खलबली मच गयी. वीडियो आपत्तिजनक है. हालांकि इस मामले में जिला भाजपा उनके पक्ष में मोरचा संभाले हुए है.
सोमवार को भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने गीता सिंह को महिला मोरचा का जिलाध्यक्ष बनाने की घोषणा की. मंगलवार सुबह भूली के सत्येंद्र सिन्हा नामक बीसीसीएलकर्मी ने गीता सिंह से संबंधित एक वीडियो फेसबुक पर डाल दिया. इससे पार्टी के अंदर खलबली मच गयी.
विरोधियों ने इस वीडियो को व्हाट्स एप के जरिये खूब शेयर किया. आनन-फानन में पार्टी के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह के नेतृत्व एक प्रतिनिधिमंडल एसएसपी मनोज रतन चोथे से मिला. भाजपा नेताओं ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने व दोषियों पर कार्रवाई की मांग की.
प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के जिला महामंत्री संजय झा, उपाध्यक्ष नितिन भट्ट, मानस प्रसून सहित कई नेता शामिल थे. जिलाध्यक्ष ने कहा कि राजनीतिक दुश्मनी के तहत यह वीडियो जारी किया गया है.
न्याय नहीं मिला तो आत्महत्या कर लूंगी : गीता
इस मामले में महिला मोरचा की जिलाध्यक्ष गीता सिंह ने कहा कि उन्हें परेशान किया जा रहा है. वीडियो पोस्ट करने वाले सत्येंद्र सिन्हा पहले से धमकी दे रहे थे. कुछ लोग राजनीति में उनके बढ़ते कद से परेशान हैं.
एसएसपी से बात करने के बाद केंदुआ थाना में मुकदमा दर्ज कराया है. अगर न्याय नहीं मिला तो एसएसपी के सामने ही आत्महत्या कर लूंगी. अगर पुलिस ने पहले ही कार्रवाई की होती तो यह नौबत नहीं आती.
केंदुआडीह थाने में रपट लिखायी
भाजपा नेत्री रीता देवी उर्फ गीता सिंह ने भूली ए ब्लॉक निवासी सत्येंद्र सिन्हा पर फेसबुक व व्हाट्स एप पर अश्लील वीडियो डाल उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया है. उन्होंने इस संबंध में केंदुआडीह थाने में लिखित शिकायत की है.
आवेदन में लिखा है कि सत्येंद्र कुमार सिन्हा काफी दिनों से उसे प्रताड़ित कर ब्लैकमेलिंग कर रहा था. उन्होंने केंदुआडीह थाने में दिनांक 5/7/16 को कर मामला दर्ज कराया था. केंदुआडीह थाना कांड संख्या 87/16 में वह फरार चल रहा है.
मामला दर्ज कराने के बाद भी उसने प्रताड़ित करना बंद नहीं किया. लगातार उससे रुपये मांगे जा रहे हैं. मना करने पर उनकी (गीता सिंह की) राजनीतिक व सामाजिक छवि धूमिल की जा रही है. केंदुआडीह पुलिस इस संबंध में धारा 384 आइपीसी 66 (अ) आइटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच में जुटी है.