धनबाद/दुमका : धनबाद. सीबीआइ (एंटी क्रपशन विंग) धनबाद की टीम ने बुधवार को दुमका डाकघर के सात अधिकारियों के ठीकानों पर छापेमारी की है. सीबीआइ ने 91 लाख रुपये के पुराने नोट बदलने की खेल में शामिल इन अधिकारियों के ठिकाने की तलाशी ली गयी है. सीबीआइ ने जिन अधिकारियों के ठिकानों पर छापामारी की है उनमें हेड पोस्टमास्ट हेट पोस्टऑफिस दुमका इकरामुल हक (फिलहाल निलंबित), इबनेटियस हेंब्रम कैसियर,
पीके गोराईं पोस्ट सहायक, अभिषेक कुमार पोस्टल सहायक, शैलेश बिहारी पोस्टल सहायक, सुनील हेंब्रम पोस्टल सहायक व सुनैना रानी मुर्मु जीडीएस के ठिकानों पर दुमका पाकुड़ व साहेबगंज ठिकानों पर छापामारी की गयी है.
करीब 92 लाख रुपये बदले गये : छापामारी में में इस बात का खुलासा हुआ है कि दुमका हेड पोस्ट ऑफिस के कोषागार से 41 लाख 95 हजार रुपया बदले गये जबकि काउंटर से 49 लाख 54 हजार 500 रुपया काला धन को सफेद किया गया. बिना वैध पहचान पत्र के ही नोट बंदी के फैसले के बाद पोस्टल अधिकारियों ने 10 से 19 नवंबर के बीच 91 लाख 50 हजार रुपये के पुराने नोट 500 व एक हजार के नोटों को 100, 50 व 20 के नोटों में बदल दिया.
मामले के मुख्य संडंत्र कारी पोस्टल सहायक विनय कुमार सिंह है जिनके खिलाफ पिछले माह ही सीबीआइ आय से अधिक संपत्ति की प्राथमिकी दर्ज की थी. और इनके दुमका व बांका ठिकानों पर छापामारी की थी.
दुमका के डाकघर…
विनय को पहले ही निलंबित किया जा चुका है. आरोप है कि विनय वर्ष 1990 के 8 जून से 2016 के 20 नवंबर तक 51 लाख छह हजार 817 रुपया आय से अधिक संपत्ति अर्जित किया है. सीबीआइ ने सोमवार को 91 लाख को काला धन को सफेद करने के मामले में दुमका डाक घर के आठ अधिकारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है.
काले धन को सफेद करने का खुलासा व अापत्तिजनक कागजात जब्त
एफआइआर के बाद सीबीआइ की बड़ी कार्रवाई
सीबीआइ एसपी के निर्देश पर कार्रवाई
पाकुड़ व साहिबगंज में भी छापा