जोड़ापोखर: माडाकर्मियों की घोषित हड़ताल से निबटने की तैयारी के तहतएमडी के आदेश पर कोलकर्मियों को दिलाये जा रहे जलापूर्ति प्रशिक्षण का गुरुवार को कर्मियों ने विरोध किया. अपनी मांगों को लेकर प्राधिकार कर्मचारी संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले उन्होंने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, जामाडोबा कार्यालय के समक्ष प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी कर प्रदर्शन किया.
नेतृत्व समिति अध्यक्ष विशेश्वर महतो कर रहे थे. श्री महतो ने कहा कि एमडी कर्मियों की मांगों पर ध्यान देने की बजाय बीसीसीएल, सीसीएल, सेल, सुदामडीह कोलियरी के तकनीकी कर्मचारियों व अधिकारियों को जल संयंत्र में लाकर प्रशिक्षण दिला रहे हैं. यह माडाकर्मियों के अस्तित्व पर चोट है.
पूर्व की वार्ता में क्या हुआ था
विशेश्वर महतो ने बताया कि 19 फरवरी को नगर विकास सचिव, उपायुक्त, एसपी व समिति के पदाधिकारियों के साथ वार्ता हुई थी. लिखित आश्वासन मिला था कि 90 दिनों के अंदर माडा का विलय नगर निगम में कर लिया जायेगा. छठा वेतनमान व एसीपी लागू होगा. लेकिन एक भी मांग पूरी नहीं हुई. ऐसे में 1801 माडाकर्मियों ने आठ जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा कर रखी है.
एमडी से वार्ता विफल
जामाडोबा वाटर बोर्ड में एमडी कृष्ण मोहन व कर्मियों के बीच हुई वार्ता विफल रही. एमडी का कहना था कि हड़ताल स्थगित कर दें, तो मांगे पूरी कर दी जायेंगी. लेकिन प्राधिकार कर्मचारी समन्वय संघर्ष समिति पूर्व में हुए समझौते को लागू करने की बात पर अड़ गयी.
वार्ता में एसडीओ लाल मोहन महतो, कार्य जलाधीक्षक श्रवण सिंह, पीएमडी विनोद वर्मा, एग्जिक्यूटिव इंजीनियर प्रमोद कुमार, माडा के सहायक अधीक्षक आलोक सिंह, टाटा जामाडोबा के सुरक्षा हेड वाल्मीकि प्रसाद, एसके मिश्र, सुरक्षा पदाधिकारी रामनरेश सिंह, रीत लाल महतो, मो नसीम, सुदामडीह कोलियरी के तकनीकी विभाग के उत्तम गोराईं, जगदीश राम, मोहन भुईयां मौजूद थे.