11.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

झरिया की पटाखा दुकान से जब्त बारूद को बालू बनाने का मामला

दो एएसआइ समेत छह पुलिसकर्मी निलंबित सिंदरी डीएसपी की रिपोर्ट पर हुई कार्रवाई पैसे लेकर थाना से आरोपियों को छोड़ने का आरोप 17 सितंबर से अवकाश पर हैं थानेदार धनबाद : झरिया की एक पटाखा दुकान से जब्त बारूद की जगह बालू रखने के मामले में झरिया थाना के दो एएसआइ समेत छह पुलिसकर्मियों को […]

दो एएसआइ समेत छह पुलिसकर्मी निलंबित

सिंदरी डीएसपी की रिपोर्ट पर हुई कार्रवाई
पैसे लेकर थाना से आरोपियों को छोड़ने का आरोप
17 सितंबर से अवकाश पर हैं थानेदार
धनबाद : झरिया की एक पटाखा दुकान से जब्त बारूद की जगह बालू रखने के मामले में झरिया थाना के दो एएसआइ समेत छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. एसएसपी मनोज रतन चौथे ने मंगलवार को एएसआइ भरत सिंह, शर्मानंद तिवारी, साक्षर आरक्षी सुभाष चंद्र साहू, कांस्टेबल सुधार कुमार सिंह, अरविंद कुमार यादव व पवन कुमार सिंह को सस्पेंड करने का आदेश जारी किया. कार्रवाई सिंदरी डीएसपी विकास कुमार पांडेय की रिपोर्ट मिलने के बाद की गयी. 16 सितंबर को एसओजी टीम ने झरिया की ऊपर कुल्ही, बोरापट्टी समेत तीन जगहों पर छापामारी की थी.
इस दौरान 25 किलो बारूद जब्त किया गया था. टीम ने दुकान सील कर चाबी झरिया थाना को सौंप दी थी. दो लोगों को पकड़ कर थाना को सौंपा गया था. आरोप है कि पुलिसवालों ने पटाखा दुकानदारों से पैसे लेकर दोनों को छोड़ दिया और बारूद की जगह डिब्बा में बालू भर दिये. मामले का खुलासा होने के बाद झरिया थानेदार मुन्ना कुमार गुप्ता 17 सितंबर की सुबह अवकाश पर चले गये.
दो एएसआइ समेत
जांच में मिलीं कई गड़बड़ियां : कार्यपालक दंडाधिकारी राम प्रवेश कुमार व एमओ भोगेंद्र झा ने जांच में पाया था कि बारूद की जगह बालू रखा गया है. इसकी शिकायत डीसी, एसएसपी व सिटी एसपी तक पहुंच गयी. अपनी गरदन फंसती देख पुलिस वालों ने फिर से डिब्बे में बारूद रख दिया. एसएसपी ने सिटी एसपी की मॉनीटरिंग में सिंदरी डीएसपी विकास कुमार पांडेय को जांच कर रिपोर्ट मांगी थी. जांच के क्रम में डीएसपी ने थाना की कई खामियां पायीं. मौके पर मौजूद सभी पुलिस अफसरों व पुलिस कांस्टेबलों को दोषी बताया. जांच रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख है कि छापामारी के बाद पटाखा दुकानों से बारूद थाना लाया गया. थाना की बिजली गुल हुई थी. बिजली गुल होने पर जेनेरेटर नहीं चलाया गया. इसी दौरान बारूद की जगह बालू रख दिया गया. दंडाधिकारी की जांच रिपोर्ट में भी बारूद की जगह बालू रखने की बात कही गयी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बारूद के डिब्बे को सील नहीं किया गया और स्थानीय पुलिस की जिम्मेवारी पर दे दिया गया. इसी दौरान पुलिस वालों ने डिब्बे में बालू रख दिया. गड़बड़ी सामने अाने के बाद फिर से हुई जांच में खुलासा हुआ कि पुलिस वालों ने हेराफेरी की थी. थाना में मौजूद पुलिसकर्मियों पर गड़बड़ी का आरोप लगा है.
झरिया थानेदार को शो-कॉज
डीएसपी की जांच में झरिया थानेदार मुन्ना कुमार गुप्ता की भूमिका पर भी सवाल उठाया गया है. छापामारी की सूचना के बाद थानेदार भी पटाखा दुकान पहुंचे थे. उन्हीं की मौजूदगी में थाना में बारूद लाया गया था. बारूद की जगह बालू रात में ही थाना में बदला गया. गड़बड़ी दूसरे दिन प्रकाश में आयी. उसी दिन थानेदार अवकाश पर चले गये. जांच में बारूद बदलने की तिथि व तरीके से थानेदार पर कोई सीधा आरोप नहीं बन रहा है. हालांकि सिटी एसपी अंशुमान कुमार ने थानेदार मुन्ना गुप्ता को शो-कॉज किया है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें