हादसा. ओबी डंप पर खेल रहे थे बच्चे, आसमान से काल बन कर गिरी बिजली
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दो बच्चों की मौत, चार जख्मी
हादसा. ओबी डंप पर खेल रहे थे बच्चे, आसमान से काल बन कर गिरी बिजली गोधर लहरा मंदिर के पीछे गुरुवार दिन के लगभग एक बजे वज्रपात से दो बच्चे बंटी तुरी व रितेश रवानी की मौत हो गयी, जबकि चार बच्चे घायल हो गये. शवों का पीएमसीएच में पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप […]
गोधर लहरा मंदिर के पीछे गुरुवार दिन के लगभग एक बजे वज्रपात से दो बच्चे बंटी तुरी व रितेश रवानी की मौत हो गयी, जबकि चार बच्चे घायल हो गये. शवों का पीएमसीएच में पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया गया है. घटना के बाद गोधर में मातम छा गया है.
केंदुआ : लहरा मंदिर के पीछे ओबी डंप के पास खाली पड़ी जगह पर कई बच्चे खेल रहे थे. उसमें बंटी व रितेश भी था. इसी बीच तेज आवाज के साथ बिजली कड़की आैर बच्चों पर गिर गयी. इससे गंसाडीह कुम्हारपट्टी निवासी बंटी कुमार (7) की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी, जबकि रितेश रवानी (15), चंदन तुरी (11) पिता स्व लक्ष्मण तुरी, चंदन रवानी (9) पिता विनोद कुमार रवानी, भोला भुईयां (18) पिता मुनीलाल भुईयां व अमन चौहान (10) जख्मी हो गये. सभी घायलों को इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा जाने लगा. रास्ते में ही रितेश ने दम तोड़ दिया.
बंटी एवं चंदन तुरी मौसेरे भाई हैं. बंटी के माता-पिता का देहांत पूर्व में हो चुका है. मौसा-मौसी ही उसका लालन पालन कर रहे थे. रितेश (15) के पिता ऑटो चालक है. घटना के बाद दोनों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. आपदा कोष से मिलेगा मुआवजा
घटना की सूचना पाकर विधायक राज सिन्हा मृतक के घर पहुंचे आैर परिजनों को ढांढ़स बंधाया. श्री सिन्हा ने अनुमंडल पदाधिकारी को फोन कर घटना की जानकारी दी.
सूचना मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी महेश संथालिया, सीओ प्रकाश कुमार गोधर पहुंचे. विधायक राज सिन्हा ने कहा कि आपदा कोष से उचित मुआवजा दिलाने का प्रयास करेंगे. फिलहाल मृतक के परिजनों को एक बोरा चावल व पांच हजार रुपया दाह संस्कार के दिया जायेगा. वहीं घायलों का इलाज सरकारी खर्च पर कराया जायेगा. अनुमंडल पदाधिकारी महेश संथालिया ने कहा कि प्राकृतिक आपदा राहत के प्रावधान के तहत पीड़ितों को उचित मुआवजा दिया जायेगा.
घटनास्थल पर भाजपा के मनोज मालाकार, रवि सिन्हा, आजसू जिलाध्यक्ष मंटू महतो, बद्री रविदास, मेघनाथ वर्मा, सागर रवानी, अशोक सिन्हा आदि मौजूद थे.
वज्रपात से बचने के लिए यह न करें
बिजली चमकने या बारिश होने पर पेड़ के नीचे शरण नहीं लें.
अपने घर के आंगन में बरतन या धातु के सामान नहीं रखें.
गीली मिट्टी या जहां जल का जमाव हो वहां भी वज्रपात होता है.
बारिश के दौरान पक्के मकानों में शरण लें.
बच्चों को बाहर बिल्कुल नहीं निकलने दें.
शरीर को अधिक देर तक गीला नहीं रखे.
वज्रपात की चपेट में आने पर तत्काल अस्पताल जायें.
बच्चे को बरसात के दिनों में विद्युत सुचालक धातु जैसे चांदी, सोना, लोहा, स्टील आदि के हार, कड़ा, ताबिज आदि न पहनायें.
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