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उत्पाद विभाग. 37 में से 21 समूहों पर दोनों ग्रुपों का कब्जा
धनबाद: धनबाद जिले के शराब कारोबार पर रघुकुल ग्रुप व कांग्रेस नेता जगनारायण सिंह के सिंडिकेट का कब्जा हो गया है. 143 दुकानों के 37 समूहों में से दोनों ग्रुपों ने 21 समूह की 77 दुकानों पर कब्जा कर लिया है. सिया सिंह को भी तीन समूह की पांच दुकानें हासिल हुई हैं. 32 नंबर […]
धनबाद: धनबाद जिले के शराब कारोबार पर रघुकुल ग्रुप व कांग्रेस नेता जगनारायण सिंह के सिंडिकेट का कब्जा हो गया है. 143 दुकानों के 37 समूहों में से दोनों ग्रुपों ने 21 समूह की 77 दुकानों पर कब्जा कर लिया है. सिया सिंह को भी तीन समूह की पांच दुकानें हासिल हुई हैं. 32 नंबर समूह की बंदोबस्ती नहीं हो सकी. एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) पीएन मिश्रा व सहायक उत्पाद आयुक्त उमाशंकर सिंह की देखरेख में शुक्रवार को लॉटरी से दुकानों की बंदोबस्ती हुई. उत्पाद विभाग को शराब दुकानों से प्रति माह छह करोड़ 33 लाख रुपये मिलते हैं.
यूपी के जायसवाल ग्रुप ने भी मारी इंट्री : बंदोबस्ती में योगेंद तिवारी ग्रुप को भी आधा दर्जन से अधिक समूहों पर कब्जा मिला है. मैथन के राय ग्रुप व यूपी के जायसवाल ग्रुप ने भी धनबाद के शराब कारोबार में इंट्री मारी है. रघुकुल ग्रुप को स्टेशन रोड, सरायढेला, हीरापुर, बरटांड़, बरवाअड्डा, केंदुआ, गोविंदपुर, सुदामडीह, जयरामपुर, रतनपुर, करमाटांड़, कुसुमाटांड़ समेत 33 अंगरेजी व पांच देसी दुकानें हाथ लगी हैं. इसी तरह निरसा व सिंदरी की विदेशी शराब दुकानों पर जगन गुट ने कब्जा जमाया. जगन गुट को नौ विदेशी व 30 देसी शराब दुकानें मिली है. भागा, डुमरी, गौरखूंटी, कतरास, सोनारडीह, गोपीनाथडीह, अरलगड़िया, बाघमारा, कनकनी, फुलारीटांड़, गोविंदपुर, टुंडी, भूली, कुसुंडा, धनबाद स्टेशन, बरवाअड्डा की देसी दुकान इसी ग्रुप को मिली हैं.
मिनीमम दो व मैक्सिमम पांच दुकानों का समूह
143 शराब दुकानों में 62 देसी, 78 विदेशी व तीन कंपोजिट है. इस बार मिनीमम दो व मैक्सिमम पांच दुकानों का समूह है. दुकानों के समूह में भाग लेने के लिए मिनीमम 10 हजार व मैक्सिमम 40 हजार रुपये जमा लिये गये हैं. कुल 2093 आवेदन पड़े थे. उसमें ऑन लाइन 747 व ऑफ लाइन 1346. आवेदनों से विभाग को पांच करोड़ 80 लाख 33 हजाार रुपये की आय हुई है. निरसा क्षेत्र के एक समूह की दुकानों के लिए 240 आवेदन आये थे.
जगनारायण ने दी रघुकुल गुट को चुनौती
पिछली बार धनबाद, झरिया समेत अन्य जगहों की सर्वाधिक दुकानें रघुकुल सिंडिकेट को मिली थी. रघुकुल के साथ सिंडिकेट में राजन प्रसाद, टीपी सिंह व पुंज सिंह हैं. पिछली बार जगनारायण सिंह समेत अन्य लोग इसी सिंडिकेट में थे. हालांकि इस बार जगनारायण सिंह ने अलग होकर दर्जनों कारोबारियों को साथ मिला रघुकुल गुट को चुनौती दी है.
किस ग्रुप को कहां की दुकानें मिलीं
पुराने शराब कारोबारी सिया सिंह को भागा, फूसबंगला, जामाडोबा, पाथरडीह, मोहन बाजार व डिगवाडीह की विदेशी शराब की दुकान मिली है. मटकुरिया कलाली भी इसी ग्रुप को मिली है. योगेंद्र तिवारी ग्रुप को मैथन, राजगंज, कतरास व पुटकी, केलियासोल, गोविंदपुर व टुंडी समूह की दुकानें हाथ लगी है. भिलाई होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड (राय ग्रुप मैथन) ने 2 नंबर समूह में चिरकुंडा व कुमारधुबी दुकानें हासिल की है. इस बार नये सिंडिकेट जगन ग्रुप की शानदार इंट्री हुई है.
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