धनबाद : रेलवे ऑडिटोरियम में सोमवार को आयोजित इसीआर अंतर मंडलीय नाट्य प्रतियोगिता में धनबाद रेल मंडल अव्वल रहा. प्रतियोगिता का आयोजन धनबाद मंडल सांस्कृतिक संगठन की ओर से किया गया था. इसमें धनबाद, दानापुर, समस्तीपुर, सोनपुर व मुगलसराय रेल मंडल के स्टॉफ ने भाग लिया था.
मुख्य अतिथि मुख्य कार्मिक अधिकारी सुशांत झा व विशिष्ट अतिथि डीआरएम बीबी सिंह थे. जज के रूप में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय नाट्यकार वशिष्ट प्रसाद सिन्हा, इंद्रजीत प्रसाद सिंह व बलवंत कुमार थे. इसमें धनबाद रेल मंडल को प्रथम व दानापुर मंडल को द्वितीय पुरस्कार दिया. जबकि शेष प्रतिभागियों को प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया गया.
पंच की कुर्सी का मंचन : धनबाद रेल मंडल के कलाकारों ने मुंशी प्रेमचंद की कहानी पंच परमेश्वर पर आधारित नाटक प्रस्तुत किया. यह सांप्रदायिक सद्भावना की मिसाल बने दो अजीज मित्र अलगू चौधरी और जुम्मन शेख की कहानी है. इसमें दो मामलों में एक-दूसरे की व्यक्तिगत मित्रता एवं ईष्या द्वेष को भुलते हुए नैसर्गिंक न्याय करते हैं और इससे पंच परमेश्वर का रूप होता है. इस नाट्य में सभी कलाकारों ने उम्दा अभिनय किया.
कलाकारों में मुख्य रूप से धनबाद मंडल के तजिंदर कौर, मानिक सरकार, एसके वैध, राकेश कुमार, देव कुमार शर्मा, मोनोजीत, एसके दत्ता, जीडी दत्ता, पार्थ सारथी दास आदि शामिल थे.
दानापुर का मिस फायर : दानापुर रेल मंडल ने मिस फायर कहानी पर आधारित नाटक किया. यह कहानी गरीब रघुआ की है. जो साग सब्जी बेचकर परिवार चलाता है. उसी गावं का मनबढ़ु अजितवा उसका व उसके परिवार का शोषण करता है. परेशान रघुआ बदला लेने कि हाठ लेता है और एक संगठन में शामिल हो जाता है.
कालांतर में संगठन, हिंसा को अपना कर राजनीतिक स्वरूप लेने लगता है. बंद के दौरान बड़ी रेल दुर्घटना को अंजाम दिया जाता है. इसके बाद उसके पार्टी के नेता उसे छोड़ देते है.
जब वह अपने परिवार से मिलने जाता है तो पुलिस उसका एनकाउंटर कर देती है. इस नाटक में दानापुर के शिव कुमार पासवान, रंजन कुमार सिंह, संतोष कुमार शर्मा, राकेश कुमार, संतोष कुमार पांडेय, अभय सौरभ, राजेश कुमार, विशाल कुमार सिन्हा व अन्य कलाकारों का अभिनय बहुत अच्छा रहा.