धनबाद: जेपीएससी से 2008 में कॉलेजों में फरजीवाड़ा कर बहाल शिक्षकों में एक बार फिर हड़कंप है. इस मामले में विभावि के टाल-मटोल से नाराज सीबीआइ खुद विश्वविद्यालय पहुंच कर जांच करने वाली है. दुर्गा पूजा के पूर्व ही विश्वविद्यालय से उनके यहां 2008 में बहाल शिक्षकों की सूची मांगी गयी थी, लेकिन विभावि मूकदर्शक बनी रही. कॉलेजों से यह सूची बहुत पहले चली गयी थी. धनबाद से भी ऐसे दर्जन भर शिक्षकों की सूची भेजी गयी थी.
रिमाइंडर पर विभावि व्यस्त : रिमाइंडर पर विभावि की नींद टूटी है. कुल सचिव डॉ एसपी सिन्हा खुद फाइल लेकर सीबीआइ के पास गये थे, लेकिन फाइल से टीम संतुष्ट नहीं हुई. रजिस्ट्रार को सीबीआइ ने कहा कि गुरुवार या उसके बाद किसी भी दिन खुद पहुंच कर जांच पड़ताल करेगी.
क्या है मामला : कई शिक्षक जाली प्रमाण पत्र के आधार पर नियुक्ति ले लिये हैं. उनकी सेवा संपुष्टि भी विभावि ने कर दी है, जबकि यह सरकार को करनी थी. सीबीआइ को आशंका है कि मामले में विवि अधिकारियों ने लेन-देन किया है.