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दिवाली को ले मिठाई बाजार में बहार
धनबाद : दीपावली को लेकर मंगलवार को मिठाई का कारोबार बूम पर रहा. धनबाद के सभी प्रतिष्ठित दुकानों में भारी भीड़ थी. धनबाद कोयलांचल में अनुमानित दस करोड़ से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है. जिले में दो हजार से अधिक मिठाई की दुकानें हैं. इनमें पचास ऐसी दुकानें हैं जहां साठ से सत्तर […]
धनबाद : दीपावली को लेकर मंगलवार को मिठाई का कारोबार बूम पर रहा. धनबाद के सभी प्रतिष्ठित दुकानों में भारी भीड़ थी. धनबाद कोयलांचल में अनुमानित दस करोड़ से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है.
जिले में दो हजार से अधिक मिठाई की दुकानें हैं. इनमें पचास ऐसी दुकानें हैं जहां साठ से सत्तर लाख का कारोबार दीपावली पर होता है. काजू बरफी, घी लड्डू व साधारण लड्डू ऑन डिमांड है. यही नहीं गिफ्ट पैक का भी जबरदस्त आर्डर है. कारोबारियों की मानें तो दीपावली को लेकर पहले से ही तैयारी शुरू हो जाता है. काजू बरफी, घी लड्डू की जबरदस्त डिमांड रहती है. काजू बरफी जहां 600 रुपया किलो है, वहीं घी लड्डू 360 व साधारण लड्डू 200 रुपये किलो है.
सबसे महंगा अफगानी मेवा लड्डू व काजू बिस्कुट : बाजार में ऐसे तो कई प्रकार की मिठाई बिक रही है. अफगानी मेवा लड्डू व काजू बिस्कुट सबसे महंगी मिठाई है. इसकी कीमत साढ़े आठ सौ रुपये किलो है. मलाई लड्डू भी बाजार में उतारा गया है. इसकी कीमत 450 रुपये किलो है.
सुगर फ्री मिठाई भी : मधु रोग से पीड़ित हैं. नो टेंशन बाजार में सुगर फ्री मिठाई भी उपलब्ध है. कुछ प्रतिष्ठित दुकानों में सुगर फ्री मिठाई भी मिल रही है. सुगर फ्री काजू, सुगर फ्री घी लड्डू व सुगर फ्री मलाई लड्डू बाजार में उतारा गया है. सुगर फ्री काजू बरफी की कीमत 660 रुपये किलो है. जबकि सुगर फ्री घी मिठाई की कीमत 460 व सुगर फ्री मलाई मिठाई की कीमत 450 रुपये किलो है.
गिफ्ट पैक भी बाजार में : मिठाई दुकानों में गिफ्ट पैक भी उपलब्ध है. मिठाई का गिफ्ट पैक 260 से लेकर सात सौ तक है. जबकि ड्राइफ्रूट गिफ्ट पैक 350 से लेकर 1000 रुपये तक गिफ्ट पैक उपलब्ध है.
सावधान! बाजार में मिलावटी मिठाई भी
दीपावली में मिलावटी मिठाई का कारोबार भी बूम पर है. डिमांड को देखते बाजार में मिलावटी मिठाई भी बिक रही है. कारोबारियों ने कानपुर, बनारस, राजस्थान, दिल्ली से लॉट में सिंथेटिक खोवा मंगाये जाने की सूचना है. स्थानीय स्तर पर भी दूध व यूरिया को मिलाकर खोवा भी तैयार किया गया है. मिठाई में आम तौर पर नकली मावा, मैदा व आटे की मिलावट भी की जाती है.
मिलावटी मिठाई पकड़ने के कुछ टिप्स
– सफेद मिठाई का सैंपल लेकर उसे पानी में घोल दें. इस घोल में आयोडिन की 3-4 बूंद डालें. अगर रंग काला पड़ गया तो समझिए इस मिठाई में मैदा, आटा या पीसे हुए आलू की मिलावट की गयी है.
– मिठाई चीनी से बनी है या सेक्रिन से इसका पता लगाना आसान है. मिठाई का एक टुकड़ा चखने पर पहले मीठा का स्वाद मिलेगा अौर थोड़ी देर बाद मुंह कसैला या कड़वाहट आ गया तो समझ लें कि यह चीनी से नहीं बल्कि सेक्रिन से बनी मिठाई है.
– काजू बरफी खरीदने से पहले ध्यान दें. आज कल मुनाफा कमाने की चाह में काजू की जगह बादाम अधिक व काजू कम पीसकर मिलाया जाता है. यदि काजू बरफी सफेद नहीं है. इसमें हल्का कालापन है तो समझ लिजिए इसमें काजू कम बादाम की मात्रा अधिक है. – छेने व खोवा मिठाई में मैदा मिलाया गया है या नहीं इसकी जांच के लिए बनी मिठाई को घोल में आयोडिन सोल्यूशन डालें. रंग यदि ब्लू या ब्लेकिश हो गया तो मतलब साफ है कि मिलावट है.
नोट : आयोडिन और हाइड्राक्लोरिक एसिड सर्जिकल दवा दुकानों में उपलब्ध है.
मिलावटी में सजा का प्रावधान
खाद्य सुरक्षा एवं मानक एक्ट की धारा 59 के तहत मिलावटी पर निम्न सजा का है प्रावधान
– यदि मिलावट की पुष्टि हो गयी, लेकिन स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा तो छह माह की सजा व एक लाख तक जुर्माना का प्रावधान. – यदि स्वास्थ्य पर साधारण प्रभाव पड़े तो एक वर्ष की सजा और तीन लाख का जुर्माना. – यदि व्यक्ति की गंभीर क्षति हुई तो छह साल की सजा व पांच लाख का जुर्माना. – यदि व्यक्ति की मौत हो गयी तो आजीवन कारावास व दस लाख तक जुर्माना.
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