मुगमा. जीटी रोड पर शासनबेड़िया मोड़ से महज 200 गज दूर इसीएल मुगमा क्षेत्र की लक्खीमाता कोलियरी की बंद एमएस क्वायरी के ओवरबर्डेन में मंगलवार को एकबार फिर आग भड़क उठी. धुआं उठने की सूचना पर कोलियरी प्रबंधन के हाथ-पांव फूलने लगे.
प्रबंधन में यह डर सताने लगा है कि कहीं लक्खीमाता की बीपी वन इंक्लाइन भी इससे प्रभावित न हो जाये. खतरा भांपते हुए मंगलवार को इसीएल के सीतारामपुर से रेस्क्यू टीम बुलायी गयी. टीम ने दमकल व पानी टैंकर की मदद से आग बुझाने का प्रयास किया गया. कार्य दिन भर चलता रहा. इस दौरान अभिकर्ता बी कुमार व मैनेजर आरपी पांडेय वहां मौजूद थे. फिलहाल आग की स्थिति क्या है, अधिकारी इस संबंध में कुछ भी बताने में असमर्थता प्रकट कर रहे हैं.
अवैध खनन ने बिगाड़ी स्थिति : शासनबेड़िया के समीप बंद लक्खीमाता क्वारी में काफी दिनों से अवैध खनन का कार्य चल रहा है.
अवैध खनन करने वालों ने काफी दूर तक इधर-उधर मुहाना बना दिया है. छह माह पूर्व मंदिर के पीछे अवैध उत्खनन किया गया. मुहाने से आग की ऊंची-ऊंची लपटें निकल रही थीं. बाद में इसीएल प्रबंधन ने मुहाने को एमपीएल की छाई से भराई करवा दी. लोगों का मानना है कि वही आग अंदर ही अंदर फैलते हुए बंद एमएस क्वारी के ओबी तक पहुंच गयी है. ओबी से निकल रहे धुआं की जानकारी मिलते ही कोलियरी प्रबंधक बी कुमार व आरपी पांडेय मंगलवार को स्थल निरीक्षण किये. इसकी जानकारी जीएम पीके सिंह को दी गयी. श्री सिंह ने दोनों से लक्खीमाता कोलियरी में चल रही बीपी वन इंक्लाइन पर आने वाले दिनों में क्या प्रभाव पड़ेगा, इसकी जानकारी ली. श्री कुमार ने बताया कि जीएम का दिशा-निर्देश मिलने के बाद आज ओबी में लगी आग बुझाने का प्रयास दमकल कर रहा है.
दमकल के साथ आयी रेसक्यू टीम
इसीएल के सीतारामपुर से आयी रेस्क्यू टीम ने मंगलवार की सुबह नौ बजे शासनबेड़िया स्थित ओबी डंप में लगी आग को बुझाने का काम शुरू किया. प्रबंधन ने इसीएल के तीन टैंकरों को पानी लाने के काम में लगाया. शाम चार बजे तक यह कार्य चला. बताया जाता है कि टीम ने लगभग 60 हजार लीटर से भी अधिक पानी डाला. टीम में लक्ष्मण महतो, जेएन गांगुली, जेडी परीखा, एसएन सिंह, एन मंडल, डीके बोस, कौशल तिवारी, अमीत कुमार, एमके दास व अन्य शामिल थे.
एनएच टू पर पड़ सकता है असर
इसीएल कर्मियों का कहना है कि जिस जगह आग लगी हुई है, उसके नीचे व आसपास लक्खीमाता की बीपी वन इंक्लाइन चल रही है. लोगों का कहना है कि यदि अभी आग पर काबू नहीं पाया गया तो भविष्य में इंक्लाइन व एनएच टू पर भी असर पड़ सकता है. कहीं लक्खीमाता इंक्लाइन बंद न करना पड़े.
तेजी से फैल रही है आग
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बंद लक्खीमाता क्वारी में लगभग छह वर्षों से लगी आग पर काबू पाने व उसे बुझाने के लिए फिलिंग का काम किया जा रहा है. जिस स्तर पर लगी आग बुझाने के लिए फिलिंग की जा रही है, उससे भी तेज रफ्तार से आग आसपास के इलाके में फैल रही है. इससे शासनबेड़िया मोड़, एनएच टू, दिल्ली कोलकाता रेललाइन, ग्यारह लाख विद्युत प्रवाहित टावर, मड़मा गांव, मांझी बस्ती के साथ-साथ आसपास के अन्य गांव भी इसकी चपेट में आ सकते हैं. इससे लोगों में भय का माहौल देखा जा रहा है.
क्या कहते हैं प्रबंधक
कोलियरी अभिकर्ता बी कुमार ने कहा कि आग ऊपरी सतह पर लगी हुई है. इसे बुझाने का प्रयास जारी है. यह ऑपरेशन दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रहेगा. जब तक आग बुझ नहीं जाती है, प्रयास जारी रहेगा. कहा कि लक्खीमाता बीपी वन इंक्लाइन पर किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ेगा.