धनबाद: आइएसएम के एंटी रैगिंग सेल की अनुशंसा पर चार छात्रों के खिलाफ संस्थान प्रबंधन ने सरायढेला थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इन छात्रों पर यूजीसी के हायर एजुकेशन रैगिंग इंसीडेंट रेगुलेशन सेक्शन 7 के तहत कार्रवाई की अपील संस्थान के सीनियर सिक्यूरिटी ऑफिसर राम मनोहर द्वारा की गयी है. रैगिंग के मामले में संस्थान ने पहली बार 11 छात्रों पर इतनी बड़ी कार्रवाई की है.
कुल सचिव कर्नल (रिटायर्ड) एमके सिंह के अनुसार यूजीसी के रैगिंग इंसीडेंट रेगुलेशन एक्ट के तहत तदी महंती बाबू , कबाडी रवि तेजा, ए साईं मनीदीप तथा जादव क्रांतिराज पर एफआइआर की गयी है. एंटी रैगिंग सेल की अनुशंसा पर इन चार छात्रों पर दो सेमेस्टर यानी एक साल तक पढ़ाई पर रोक की कार्रवाई पहले ही हो चुकी है. इसमें तदी महंती बाबू हॉस्टल जैस्पर तथा बाकी के तीन अंबर हॉस्टल से हैं. इसी रैगिंग के मामले में उपरोक्त चार सहित कुल 11 छात्रों पर हॉस्टल छोड़ने की कार्रवाई पहले ही की जा चुकी है.
क्या है आरोप
आठ सितंबर 2015 को आइएसएम के प्रथम वर्ष के चार छात्रों की रैगिंग करते हुए उनके साथ मारपीट की गयी. रात भर बंधक बना कर रखने तथा बेइज्जत भी की गयी. इस मामले में प्रभावित छात्रों में से एक के अभिभावक ने संस्थान के चेयरमैन को ई-मेल पर घटना की जानकारी दी.
चेयरमैन प्रो डीडी मिश्रा के निर्देश पर संस्थान प्रबंधन हरकत में आया. इस मामले में संस्थान के एंटी रैगिंग सेल द्वारा करायी गयी जांच-पड़ताल में जब घटना की संपुष्टि की गयी तो सबसे पहले विभागीय स्तर पर कार्रवाई के तहत घटना में मुख्य रूप से शामिल उपरोक्त चारों छात्रों की पढ़ाई पर एक साल (दो सेमेस्टर) के लिए रोक लगाने की दंडात्मक कार्रवाई के साथ छात्रावास से निकालने का आदेश दिया गया. बाद में शो-कॉज कर तीन दिनों के अंदर जवाब मांगा गया. जवाब संतोषजनक नहीं पाये जाने की स्थिति में एफआइआर की गयी.