अमृता ने बताया कि यूपीपीएससी में असिस्टेंट कमिश्नर एवं को-ऑपरेटिव रजिस्ट्रार के पद पर इसी 15 जुलाई को ज्वाइनिंग करनी थी, लेकिन इस बीच यूपीएससी का रिजल्ट आ गया. रैंक के हिसाब से आइपीएस में जाना चाहती हूं. देखें क्या मिलता है. चौथे प्रयास में मिली सफलता : अमृता को चौथे प्रयास में यूपीएससी में सफलता मिली. अमृता ने बताया कि पीटी की परीक्षा अगस्त 2014 में हुई थी. मेंस परीक्षा दिसंबर 2014 में. साक्षात्कार 17 जून 2015 में. साक्षात्कारकर्ता हरियाणा कैडर के छतर सिंह के साथ चार सदस्यीय टीम थी. साक्षात्कार लगभग 25 मिनट तक चला. मेरा विषय फिलॉस्फी था. टीम ने मुझसे इ-कॉमर्स व पाकिस्तान के मामले पर सवाल किये. पुलिस व न्यायपालिका में बदलाव से संबंधित प्रश्न पूछे. मैंने बताया कि पुलिस को संवेदनशील बनना होगा. साथ ही इसे आधुनिक यंत्रों व शस्त्रों से लैस करना होगा. न्यायपालिका में लंबित मामलों का जल्द निबटारा करना चाहिए. साथ ही न्यायालय में पड़े रिक्त पदों को जल्द भरना चाहिए.
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आइपीएस में जाना चाहती हूं : अमृता
धनबाद: यूपीएससी में 238वां रैंक लानेवाली कोयलांचल की बिटिया अमृता सिन्हा रविवार को धनबाद पहुंचीं. उनके परिवार के साथ ही मुरली नगर (सरायढेला) मुहल्ले में जश्न का माहौल था. अमृता की सफलता से पूरा परिवार गौरवान्वित है. यूपीएससी से पहले अमृता ने उत्तरप्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन कंपीट किया था. 28 मार्च 2015 को कंपीटीशन का […]
धनबाद: यूपीएससी में 238वां रैंक लानेवाली कोयलांचल की बिटिया अमृता सिन्हा रविवार को धनबाद पहुंचीं. उनके परिवार के साथ ही मुरली नगर (सरायढेला) मुहल्ले में जश्न का माहौल था. अमृता की सफलता से पूरा परिवार गौरवान्वित है. यूपीएससी से पहले अमृता ने उत्तरप्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन कंपीट किया था. 28 मार्च 2015 को कंपीटीशन का रिजल्ट आया था. रैंक के आधार पर अमृता को डिस्ट्रिक असिस्टेंट कमिश्नर एंड रजिस्ट्रार को-ऑपरेटिव का पोस्ट मिला था.
पर्सनल प्रोफाइल
अमृता ने दिल्ली पब्लिक स्कूल, धनबाद से 10वीं व 12वीं की. उसके बाद विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से बी टेक किया. पांच भाई-बहनों में अमृता तीसरे नंबर पर है. बड़ी बहन सुनीता सिन्हा डेंटिस्ट है. मंझली बहन विनीता सिन्हा मुंबई कस्टम में सहायक आयुक्त है. विनीता ने 2010 में यूपीएससी कंपीट किया था. भाई अविनाश सिन्हा ने कोलकाता मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया है. छोटा भाई आकाश सिन्हा पीजी कॉलेज कोलकाता में मेडिकल फाइनल ईयर में है. पिता ओपी सिन्हा बीसीसीएल में सीनियर फिनांस ऑफिसर से छह साल पहले रिटायर हुए हैं. मां मंजू सिन्हा बीसीसीएल में इडीपी सेक्शन कोयला भवन से सितंबर 2014 में रिटायर की हैं.
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