धनबाद: बीएड के छात्रों के लिए शिक्षण अभ्यास (टीचिंग प्रैक्टिस) की अहमियत नहीं समझते बीएड कॉलेज. इसका खुलासा स्कूलों में डीइओ धर्म देव राय के औचक निरीक्षण के बाद हुआ है. निरीक्षण के दौरान स्कूलों में शिक्षण अभ्यास करते छात्र नहीं मिले. इसके अलावा भी कई तरह की गड़बड़ियां पकड़ में आयीं. इस बाबत जिला शिक्षा अधिकारी (डीइओ)ने तथागत टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के निदेशक को शो-कॉज किया है.
तथागत टीचर ट्रेनिंग (बीएड) कॉलेज को हाई स्कूल पुटकी में छात्रों के शिक्षण अभ्यास की स्वीकृति मिली थी, लेकिन वहां छात्र नदारद पाये गये. इसी को लेकर डीइओ धर्म देव राय ने कॉलेज के निदेशक को शो कॉज किया है.
मिश्रित भवन परिसर स्थित बीएसएस बालिका उच्च विद्यालय में 16 बीएड छात्रों के योगदान की बात सामने आयी, जबकि एक स्कूल में अधिकतम 15 छात्र ही भेजे जाने हैं. इसलिए योगदान देने वाले 16वें छात्र को शिक्षण अभ्यास के लिए मंजूरी नहीं दी जायेगी. निरीक्षण के दौरान यहां पांच बीएड छात्र नदारद थे. एक छात्र की बाबत पता चला कि वह कहीं और भी टीचिंग करती हैं और इसके लिए उन्हें कॉलेज निदेशक ने अधिकृत भी किया है. डीइओ ने बताया कि यह अधिकार कॉलेज निदेशक को नहीं है. शिक्षण अभ्यास पूरे दिन के लिए होता है, ऐसी टीचिंग प्रैक्टिस करने वाले स्टूडेंट को भी मान्यता नहीं दी जायेगी.