हर बूथ पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की भी तैनाती की गयी थी. लेकिन पुलिस वाले भी फील गुड कर रहे थे. पुलिस अधिकारी व सेक्टर दंडाधिकारियों का एक ही लक्ष्य था कि शांतिपूर्ण मतदान हो. कहीं मार-पीट नहीं हो. बोगस मतदान की शिकायत करने वालों की ही खिंचाई हो रही थी. बोगस कराने में पिछड़ रहे प्रत्याशी लगातार कंट्रोल रूम में भी फोन कर शिकायत दर्ज करवा रहे थे.
हालांकि, वहां से भी बहुत राहत नहीं मिली. मतदान खत्म होने तक यह प्रक्रिया जारी रही. कुछ ऐसे बूथ, जहां एक से अधिक प्रत्याशी मजबूत थे, वहां आपस में बोगस वोट बांट लिये गये.