धनबाद: बारामुड़ी में बुजुर्ग महिला सुशीला देवी की हत्या और डकैती से इलाके में दहशत है. कुछ साल पहले ही केदारनाथ सिंह का परिवार यहां आया था. केदारनाथ को चार बेटी और दो बेटे हैं. तीन बेटियों का विवाह हो गया है. एक बेटी यूएसए में रहती है. एक बेटा दिल्ली और दूसरा पुणो में नौकरी करता है.
मुहल्ले के लोगों में गुस्सा है. उनका कहना है कि पुलिस इधर गश्ती को नहीं आती. जब घर में बुजुर्ग महिला सुरक्षित नहीं तो इसी से जिले के हाल को समझा जा सकता है. दो वर्ष पहले भी यहां एक मीडियाकर्मी के घर डकैती हुई थी, पुलिस इस कांड का खुलासा नहीं कर सकी है.
ताले-चाबी की गुत्थी
अपराधी के घर में प्रवेश करने और निकलने को लेकर पुलिस असमंजस में है. देर रात तक घटनास्थल पर कैंप कर रहे डीएसपी अमित कुमार ने कहा कि कई बिंदुओं को केंद्रित रखकर छानबीन की जा रही है. रोशनदान टूटा हुआ है जिससे आशंका है कि अपराधी इसी रास्ते से घर में घुसे होंगे. लूटपाट के बाद अपराधी कैसे निकले यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है. मुख्य गेट के ग्रील में अंदर व बाहर दोनों ओर से ताला बंद था. घर के किवाड़ भी अंदर से बंद मिले हैं. चाबी अंदर ही गिरी मिली है.
कहीं कोई परिचित तो नहीं!
पुलिस को शक है कि लूटपाट व हत्या में किसी परिचित का हाथ हो सकता है. अपराधी को यह पता था कि केदारनाथ सिंह बाहर हैं. उनकी पत्नी घर में अकेले है. अपराधी घर में घुसे तो महिला ने विरोध किया होगा या पहचान गयी होगी. इसी कारण महिला की हत्या कर दी गयी. घर में आनेवालों लोगों की भी छानबीन की जा रही है. फोरेंसिंक टीम ने फिंगर प्रिंट्स लिये हैं.