उन्होंने ऑडिटोरियम में पत्रकारों से कहा कि पीएमसीएच की दुर्दशा का कारण यह है कि अब तक जो सरकारें बनीं, उसने इसकी अनदेखी की. यहां के अधिकारियों ने भी लापरवाही बरती. पीएमसीएच प्रबंधन हफ्ते भर के अंदर तमाम कमियां व जरूरतों से संबंधित कागजात मंत्रलय में लाये. मंत्री देर तक यहां रहे. उन्होंने एक-एक विभाग का निरीक्षण किया. मरीजों से बातचीत की. हर तरफ शिकायत मिली. मंत्री रह-रह कर चिकित्सा पदाधिकारियों को फटकार लगाते रहे. स्थिति सुधारने का निर्देश देते रहे.
मौके पर निरसा विधायक अरूप चटर्जी, प्राचार्य डॉ पीके सेंगर, अधीक्षक डॉ के विश्वास के साथ तमाम विभागों के विभागाध्यक्ष मौजूद थे. जबकि गांधी सेवा सदन में अपने अभिनंदन समारोह में मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में जल्द ही 10 हजार लोगों की नियुक्ति होगी. इसमें चिकित्सक, नर्स से लेकर अन्य कर्मी शामिल हैं. उन्होंने निर्माणाधीन सदर अस्पताल का भी निरीक्षण किया.