धनबाद: पीएमसीएच प्रबंधन ने कोर्ट मोड़ भवन के अधिसंख्य मरीजों को घर भेज दिया है. उन्हें 10 दिन बाद सरायढेला के नये भवन में आने को कहा गया है. कई मरीजों की तो छुट्टी कर दी गयी है. इस भवन के अर्थो और सजर्री विभाग के मरीज थे. भवन के कंडम घोषित किये जाने के बाद यहां के विभागों को सरायढेला शिफ्ट किया जा रहा है. सामान ढोये जा रहे हैं. रविवार को अस्पताल के अर्थो व सजर्री के 70 में से मात्र 15 मरीज ही अस्पताल में बचे. चालीस मरीजों को घर भेज दिया गया. जबकि पंद्रह मरीजों को पीएमसीएच प्रबंधन के अनुसार सरायढेला में शिफ्ट कर दिया गया. बचे पंद्रह मरीज कोर्ट मोड़ में ही हैं.
और रोने लगे मरीज
कतरास (छाताबाद) निवासी मो जलील के बायें हाथ में गंभीर घाव है. घाव में कीड़े पड़ गये हैं. मो जलील की बेटी चांदनी ने बताया कि चिकित्सकों ने कहा कि हाथ को काटना पड़ेगा. फिर ऑपरेशन करने की बात कही, लेकिन अब घर जाने को कहा गया है. इसके बाद पिता व बेटी रोने लगे. बाद में चांदनी ने बताया कि चिकित्सकों ने उसके पिता को दस दिन बाद सरायढेला में आने को कहा. चांदनी ने बताया कि उसका पिता व एक बहन के अलावा दुनिया में कोई नहीं है और रात भी हो गयी है, इसलिए चांदनी ने चिकित्सकों से सोमवार की सुबह तक का समय मांगा.
सरायढेला में भी होगी परेशानी
बताया जाता है कि कोर्ट मोड़ से पीएमसीएच के सरायढेला तो शिफ्ट कर दिया गया है. लेकिन यहां भी परेशानी कम नहीं है. नये भवन में अर्थो व सर्जी विभाग तीसरे तल पर है, लेकिन इसके लिए लिफ्ट की सुविधा नहीं है. मरीज को सीढ़ी के रास्ते ही ऊपर आना होगा. अब सड़क दुर्घटना में घायल व अन्य गंभीर मरीज को पीएमसीएच प्रबंधन कैसे ऊपर लायेगा, यह गंभीर सवाल है.