लोदना: लोदना क्षेत्र की पांच खदानों को बंद करने के खिलाफ बुधवार को संयुक्त मोरचा ने गुरुवार से चरणबद्ध आंदोलन का निर्णय लिया है. रामसुमेर पासवान की अध्यक्षता में हुई बैठक में नेताओं ने प्रबंधन पर आग व गैस का बहाना बना कर क्षेत्र को वीरान बनाने का आरोप लगाया. कहा कि पांच अगस्त के बाद लोदना क्षेत्र से एक छटांक कोयला बाहर जाने नहीं देंगे. बैठक में गुरुवार से लोदना, जयरामपुर व बरारी में नुक्क्ड़ सभा करने व शुक्रवार को महानिदेशक को ज्ञापन सौंपने का फैसला किया गया. तीन अगस्त को इंक्लाइनों में नुक्कड़ सभा व पांच अगस्त को क्षेत्रीय कार्यालय पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया.
बैठक में माकपा के जिला सचिव सुरेश प्रसाद गुप्ता, सुरेश पासवान, नंदलाल पासवान, मो शमीम, अरुण पांडेय, शिवजी सिंह, ओम प्रकाश उपाध्याय, विनोद पासवान, अशोक पांडेय, मानस चक्रवर्ती, बिहारी लाल चौहान, सत्येंद्र चौहान, प्रदीप पासवान, सत्येंद्र गुप्ता, बीके तिवारी, राजाराम पासवान, अजय निषाद, रुदल पासवान आदि थे. अलकडीहा/लोदना त्न चानक बंद करने पर सहमति बनाने के लिए जीएम आरके निगम बुधवार को क्षेत्रीय कार्यालय में क्षेत्रीय सलाहकार समिति की बैठक बुलायी.
लेकिन सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार किया. जीएम ने इससे पूर्व सदस्यों को बताया कि जब तक डीजीएमएस का आदेश नहीं मिलेगा, खदानें बंद रहेंगी. लोदना के मजदूरों को नॉर्थ तिसरा परियोजना व जयरामपुर के मजदूरों को बरारी कोलियरी में स्थानांतरण किया जायेगा. यह बात सुनते ही सदस्य बैठक से उठ कर बाहर चले गये. मौके पर जीएम (माइनिंग) बीएन सिंह, सीके प्रसाद, एमके पांडेय, एनके राय, सुनील कुमार, यूनियन के रामसुमेर पासवान, बिहारीलाल चौहान, हरेंद्र सिंह, भूतनाथ देव, बीके तिवारी, वाल्मीकि मंडल, ओम प्रकाश उपाध्याय, शिवजी सिंह, सत्येंद्र चौहान आदि थे.