धनबाद: बड़ा गुरुद्वारा हॉल में प्रबंधन कमेटी की बैठक हुई, जिसमें दिल्ली की अदालत द्वारा 1984 के दंगे के मुख्य आरोपी सज्जन कुमार को 30 अप्रैल को रिहा कर दिये जाने की निंदा की है.
नानावती कमीशन एवं सीबीआइ ने सज्जन कुमार को दंगे में लिप्त पाया था और उसके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था. अदालत ने भी 2010 में सज्जन कुमार को दंगे का दोषी बताया था. सज्जन कुमार को सजा देने की जगह रिहा कर दिया गया.
सदस्यों ने राष्ट्रपति से केंद्र सरकार को बरखास्त करने की मांग की है. मौके पर सत्येंद्र सिंह मेहता, मंजीत सिंह सलुजा, बलबीर सिंह दुआ, दलबारा सिंह, गुरचरण सिंह माझा, देवेंद्र सिंह गिल, अजित सिंह आदि उपस्थित थे.